श्वानों के प्रति निर्दयता : भूखें बिल बिलाते नवजातों को अपने साथ निवास पर देख भाल के लिए ले गई वे

 सुमंगल गार्डन के सामने मैदान में 4 श्वानों के नवजात बच्चों को क्रूरता से फेंकने की

हरमुद्दा
रतलाम,  4 अप्रैल। पशु क्रूरता और निर्दयता की हद हो रही है। घर की रक्षा के लिए श्वान को पालने वाले उनके बच्चों को पालने में अक्षम साबित हो रहे हैं और नवजात को खुले में मरने के लिए छोड़ कर जा रहे हैं। सृष्टि समाज सेवा समिति रविवार को श्वान के 4 नवजात की रक्षा करते हुए उन्हें गोद लिया। भूखें बिल बिलाते बच्चों को अपने साथ निवास पर देख भाल के लिए ले गई।

सृष्टि समाज सेवा समिति के सतीश टाक ने हरमुद्दा को बताया कि रविवार को सुबह करीब 9 बजे के आसपास ह्यूमन को-ऑपरेशन फ़ॉर स्ट्रे एनिमल्स( एचसीएफ़एसए) दिल्ली के जिला कार्यकारिणी सदस्य विशाल सक्सेना को सुमंगल गार्डन के सामने निवासरत किराना व्यापारी चंद्र प्रकाश पुरोहित ने सूचना दी कि अज्ञात व्यक्ति द्वारा चार श्वानों के बच्चे जो कि लगने पर कुछ ही समय पूर्व जन्मे है। बड़ी ही निर्दयता के साथ फेक गया है।

नहीं मिली पुख्ता जानकारी कौन फेक गया बच्चे

श्री सक्सेना ने तुरंत एचसीएफएसए जिलाध्यक्ष आशा गुप्ता, सचिव दिव्या श्रीवास्तव को सूचना दी। तत्काल घटना स्थल पर पहुंच कर जानकारी एकत्र की आसपास किसी फी मेल डॉग के नवजात बच्चे हो, लेकिन अधिक समय तक कोई भी जानकारी नहीं मिलने पर आशा गुप्ता सुरक्षा की दृष्टि से सभी भूखें बिलबिलाते बच्चों को अपने साथ निवास पर देख भाल के लिए ले गई। कस्तूरबा नगर क्षेत्र या आसपास कही भी डॉग के बच्चे हुए हो और वे वहाँ नहीं दिख रहे हैं। तो सदस्यों के नंबर पर सूचना दे सकते है।

पशुओं के साथ क्रूरता करने पर सजा का है प्रावधान

आशा गुप्ता ने चर्चा में बताया किसी भी बेजुबान पशु पक्षियों को कोई भी व्यक्ति दाना-पानी सेवा स्वेच्छा से कर सकता है। जिसे रोकने टोकने का अधिकार किसी भी नागरिक को नहीं है। जो कि पशु क्रूरता अधिनियम के तहत आता है। किसी भी पशु पक्षी को खिलाने से रोकने एवं निर्दयता करने पर कानूनी कार्रवाई का प्रावधान है। इस प्रकार की घटना किसी भी क्षेत्र में या कहीं भी बेजुबानों विशेष रूप से श्वानों के प्रति क्रूरता होती हो तो आशा गुप्ता के नंबर 9617548738  पर सूचित कर सकते हैं।

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