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संक्रमण पर भारी रही श्रद्धा : शीतला माता की पूजा कर मांगी परिवार के लिए सुख समृद्धि

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🔲 शहरभर में रविवार को पूजन कर शनिवार वाले निर्णय को नकार दिया महिलाओं ने

🔲 दिया केवल पूजन पर ध्यान बाकी बातों पर लगाया आज विराम

🔲 किया नियमों का पालन

हरमुद्दा
रतलाम, 4 अप्रैल। कोरोना वायरस संक्रमण पर शीतला माता की श्रद्धा भारी रही। कोरोना नियमों का पालन करते हुए शहरभर में रविवार को शीतला माता की पूजन कर महिलाओं ने शनिवार वाले निर्णय को सिरे से नकार दिया। खास बात यह है कि आज महिलाओं का ध्यान केवल पूजन पर था दिया। बाकी बातों पर आज विराम लगाया।

जिला प्रशासन ने शीतला माता सप्तमी पर केवल सांकेतिक पूजा के निर्देश दिए थे मगर रविवार को शहर के विभिन्न कालोनियों और मोहल्लों में कल सुबह से ही शीतला माता की पूजन का सिलसिला शुरू हो गया। मगर सभी ने कोविड-19 का पालन किया। यह बात प्रेरणादायी रही।

चौघड़िया पर नहीं दिया विशेष ध्यान

महिलाओं ने मास्क लगाकर दूरी बनाते हुए माता जी की पूजन अर्चन की और घर परिवार की परंपरा के अनुसार विभिन्न व्यंजनों को चढ़ाया। परिवार के लिए सुख समृद्धि मांगी। विशेष बात यह भी रही कि महिलाओं ने चौघड़िया पर विशेष ध्यान नहीं दिया। अल सुबह से दोपहर तक दो-दो, चार-चार महिलाएं माताजी के स्थानक पर जाकर पूजन अर्चन करती रही और वहां से निकलती रही। उनका एक ही उद्देश्य था परिवार की सुख समृद्धि।

15 मिनट में पूजन कर आ गई महिलाएं घर

रविवार को उनका ध्यान केवल और केवल पूजन पर ही था। महिलाओं से मिलने और बातें करने पर आज उन्होंने विराम लगा दिया। जहां पहले पूजन करने में 1 घंटे से अधिक समय इंतजार में लगता था, वही आज महिलाएं 15 मिनट में पूजन कर घर आ गई। घर पर छापे लगाए।

शनिवार की पूजन करने का निर्णय देने वालों को दिया करारा जवाब

शहरभर में हुए पूजन के आयोजन से महिलाओं ने तथाकथित दिग्भ्रमित करने वाले पंडितों के शनिवार वाले पूजन के निर्णय को नकार दिया और मान्यता अनुसार रविवार को ही पूजन अर्चन किया। महिलाओं ने रविवार को शीतला माता का पूजन अर्चन कर शनिवार की पूजन करने का निर्णय देने वालों को करारा जवाब दिया।

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