मेडिकल कालेज में बदलाव ऑक्सीजन ऑडिट टीम का गठन
मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. जितेंद्र गुप्ता ने बताया कि मरीजों को प्राप्त होने वाली ब्लड रिपोर्ट की असुविधा को दूर करने के लिए एक टीम का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि आईसीयू में बेल सिस्टम भी लगाया गया है तथा एचडीयू में मरीजों से मिलने का समय शाम 4:00 से 6:00 बजे तक का निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीजों के इलाज के लिए आज 480 रेमडेसीविर इंजेक्शन चॉपर से रतलाम पहुंचे। उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल के ट्राइज एरिया में पहुंचने वाले मरीजों के इलाज को तुरंत प्रारंभ करने की व्यवस्था की गई है। साथ ही ट्राईज में 5 नए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर लगाकर चालू किए गए हैं , ताकि अधिक से अधिक मरीजों को ऑक्सीजन दी जा सके।
डिस्चार्ज मरीजों ने भर्ती मरीजों को किया मोटीवेट
डॉ. गुप्ता ने बताया कि आज मेडिकल कॉलेज से 25 कोरोना संक्रमित मरीज स्वस्थ होकर घर गए एवं आईसीयू से 8 मरीज गंभीर अवस्था से रिकवर होकर सामान्य वार्ड में शिफ्ट किए गए । इसी प्रकार एच डी यू से 10 मरीज रिकवर हुए। डिस्चार्ज हुए मरीजों द्वारा भर्ती मरीजों के लिए मोटिवेशनल स्पीच दी गई। गायत्री मंत्र के उच्चारण के जरिए उनके आत्मविश्वास को मजबूत किया गया।
समाजसेवियों ने किया सहयोग
डॉ. गुप्ता ने बताया कि शासकीय मेडिकल कॉलेज में आज पांच ऑक्सीजन कंसंट्रेटर राजेंद्र जैन, महेश डकोलिया, पंकज जैन, अनिल पीपाड़ा, विजय जैन, संतोष पोरवाल, मयूर पुरोहित और नीलेश गांधी द्वारा प्रदान किए गए । इसी प्रकार माहेश्वरी सेवा संगठन द्वारा नौ पल्स ऑक्सीमीटर और पांच नेबुलाइजर भी प्रदान किए गए। डॉ. गुप्ता ने बताया कि मेडिकल कॉलेज हास्पिटल की व्यवस्थाओं को और बेहतर करते हुए मरीजों को अधिक से अधिक सुविधा प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।