…और उन्होंने कर दी राह आसान, परेशान आने जाने वाले देते रहे उन्हें धन्यवाद
🔲 कई वाहन चालक गिर गए सड़क की खुदाई के कारण
🔲 जिम्मेदारों की कार्यप्रणाली पर तमाचा मारा
हरमुद्दा
रतलाम, 29 जुलाई। आने जाने वाले वाहन चालकों की परेशानी को देखते हुए उन्होंने 90 मिनट के अथक प्रयास के बाद राह आसान कर दी। जब वे कार्य कर रहे थे, तब जाने वाले वाहन चालक उन्हें धन्यवाद देते रहे और कहते रहे आप बहुत बड़ा काम कर रहे हैं। जो काम जिम्मेदारों को करना चाहिए, उनकी कार्यप्रणाली पर आप करारा तमाचा मार रहे हैं, मगर इसका असर जिम्मेदार अधिकारियों पर नहीं होगा। वह तो नाकारा ही रहेंगे।
गुरुवार को सुबह तकरीबन 8:00 बजे दीनदयाल नगर मुख्य मार्ग पर पंचमुखी हनुमान मंदिर के यहां एक महिला गिरते-गिरते बची, वही दो व्यक्ति तो गड्ढे में गिर गए। तब यही निवासरत समाजसेवी और हनुमान भक्त कन्हैयालाल राठौड़ ने राह को आसान करने का बीड़ा उठाया और जुट गए।
हनुमान मंदिर से उठाए ईद के टुकड़े और सलीके से जमाते रहे बारिश में भी
हनुमान मंदिर पर कुछ ईद के टुकड़े रखे हुए थे जिन्हें श्री राठौड़ उठाकर खुदाई वाले स्थान पर सलीके से जमाते रहे। इस दौरान बारिश भी आने लगी, लेकिन उन्होंने परवाह न करते हुए अपना कार्य निरंतर जारी रखा। 90 मिनट के अथक प्रयास के बाद उन्होंने पूरी सड़क के खुदाई के गड्ढे को समतल कर दिया।
इस दौरान दर्जनों वाहन चालक उन्हें धन्यवाद देते बतियाते रहे और कहने लगे कि आपने बहुत बड़ा काम किया है। आने जाने वाले काफी परेशान हो रहे थे। नगर निगम को जो कार्य करना चाहिए, वह आप कर रहे हैं। नगर निगम वाकई में बहुत ही नाकारा हो गई है। जिम्मेदार अधिकारी जिमने में ही मशगूल हैं, अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह करने में नहीं।
लॉकडाउन के दौरान हुआ था मुख्य मार्ग पर सीवर लाइन का काम
उल्लेखनीय है कि दीनदयाल नगर मुख्य मार्ग पर सीवर लाइन का कार्य लॉकडाउन के दौरान हुआ था। मगर आज पर्यंत तक मरम्मत का कार्य ठेकेदार द्वारा नहीं किया गया और नहीं जिम्मेदारों ने इस ओर ध्यान दिया। जबकि नगर निगम के पूर्व अध्यक्ष का वाहन भी इसी मार्ग से आता जाता है। कुछ ही दूरी पर उनका भी निवास स्थान है।
धीरे-धीरे बन गया जानलेवा मार्ग
सीवर लाइन का कार्य करने के बाद जिम्मेदार मिट्टी भरकर चले गए लेकिन जब बारिश होने लगी तो मिट्टी बह गई और सड़क पर लंबा चौड़ा गड्ढा बन गया। धीरे धीरे सड़क का गड्ढा जानलेवा बनने लगा। लोग गिरने लगे फिर भी किसी ने सुध नहीं ली।