आदिवासियों पर मुकदमे ठोक कर भाजपा ने किया अपना चरित्र उजागर
मुकदमे लाद कर पीड़ा पहुचाने का नहीं, मदद करने व सुरक्षा प्रदान करने का समय
हरमुद्दा
नीमच, 7 सितंबर। भाजपा के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा बाणदा व नीमच में आदिवासियों बन्धुओ पर अपनी आवाज प्रभावी ढंग से उठाने से क्रुध्द होकर मुकदमे ठोक कर जो सन्देश दिया है उससे भाजपा का चरित्र व आदिवासी विरोधी चेहरा उजागर हो गया।
यह बात जिला कांग्रेस नीमच अध्यक्ष अजीत कांठेड़ ने कही। श्री कांठेड़ ने कहा मुद्दे की बात तो यह समय मुकदमे कायम कर आदिवासी बन्धुओ को प्रताड़ित करने डराने धमकाने का नहीं है। सदियों से शोषित पीड़ित वर्ग अब इतना कमजोर नहीं है कि इन्हें अपनी हक की लड़ाई लड़ने से रोका जा सके। बाणदा और नीमच के आदिवासी बन्धुओ के प्रदर्शन से भाजपा की आँखे खुल जाना चाहिए कि आदिवासी बन्धुओ को बंधुआ मजदूर समझ कर राजनीति करने का समय अब बीत गया है ।
भाजपा शासित प्रशासन, मीडिया व जागरूक प्रतिनिधियों की सक्रियता की वजह से मामले को रफा दफा करने में सफल नहीं हो पाया अन्यथा निर्मम हत्या का मामला दुर्घटना से मृत्यु में परिवर्तित होकर मामले का दुःखद अंत हो जाता।
आईना दिखा दिया शिवराज सरकार को
नीमच जिले के प्रदर्शन ने यह साबित किया है कि सविधान ने पीड़ित शोषित वर्ग को अपने हक के लिए लड़ने की जो ताकत दी यह वर्ग अब अपनी लड़ाई खुद लड़ सकता है। भाजपा शिवराज सरकार को आईना दिखा दिया। मुकदमे कायम करने की जिला प्रशासन की विज्ञप्ति ने आदिवासी वर्ग को डराने का काम किया किन्तु अब यह सम्भव नहीं है।
होना तो यह था
जिला प्रशासन को आगे बढ़ कर अनुमति देना थी व इस वर्ग को यह विश्वास दिलाना था कि सरकार प्रशासन आदिवासी वर्ग के साथ खड़ा है। जिले में आदिवासी वर्ग भाजपा के खिलाफ एक जुट हो गया है । प्रश्न मानसिकता का है जो लोग सदियो से शोषण करते रहे वे शोषित वर्ग को सम्मान व सुरक्षा देने के सवाल पर प्रतिकूल रुख ही अपनाएंगे।