पहाड़ों पर बर्फबारी से आम जनजीवन प्रभावित, मैदानी क्षेत्रों में ठंडी हवा का असर
मौसम विभाग ने दी थी पहले ही चेतावनी चार-पांच नवंबर के बाद होगी बर्फबारी
यातायात अवरूद्ध
हरमुद्दा
शनिवार, 6 नवंबर। उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में बारिश और भारी बर्फबारी के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। मौसम विभाग ने बताया है कि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश व जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी से यातायात प्रभावित हो गया। उत्तर भारत में बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में भी नजर आने लगा है। सूरज की तेजी में कमी आई है वहीं हवा में ठंडक घुली हुई है।
कश्मीर में बर्फबारी के कारण कड़ाके की ठंड पड़ रही है। बर्फबारी के चलते जम्मू-कश्मीर का मुगल रोड बंद हो गया और हिमाचल प्रदेश के मनाली-लेह मार्ग पर यातायात प्रभावित हुआ है।
बर्फबारी के चलते कई मार्ग प्रभावित
कश्मीर के उच्च पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी और निचले इलाकों में भारी बारिश के कारण जम्मू संभाग के पुंछ से कश्मीर को जोड़ने वाले मुगल रोड के अलावा बांदीपुर-गुरेज, कुपवाड़ा- करनाह मार्ग यातायात के लिए बंद हो गए। कश्मीर वादी में अत्यधिक ठंड का कारण लोगों का हाल बेहाल है, वहीं जम्मू क्षेत्र में धूप खिलने से लोगों को थोड़ी राहत मिली है।
पश्चिमी विक्षोभ का असर
मौसम विभाग ने पहले ही भविष्यवाणी की थी कि 4-5 नवंबर को पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के चलते कश्मीर में बर्फबारी हो सकती है। 4 नवंबर को तो मौसम शुष्क ही रहा, मगर 5 नवंबर मौसम तेजी से बदला और गुलमर्ग सहित उच्च पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी, निचले इलाकों में बारिश का सिलसिला जारी रहा। स्थानीय मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक गुलमर्ग में 3, सोनमर्ग में 4, साधना टाप के निकट 6, राजदान पास के निकट भी 6 इंच बर्फ रिकॉर्ड की गई।
मनाली-लेह मार्ग बंद
भारी बर्फबारी के चलते मनाली-लेह मार्ग के बारालाचा, तंगलंगला व लाचुंगला दर्रे बंद हो गए हैं। यदि किसी यात्री को लेह लद्दाख जाना है तो अब सिर्फ हवाई सेवा से या फिर वाहन द्वारा जम्मू, श्रीनगर से जोजिला दर्रे से होते हुए लेह लद्दाख जा सकते हैं। शिंकुला दर्रे के बंद होने से जंस्कार व कारगिल का भी लाहुल से संपर्क पूरी तरह से कट गया है। पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी का असर धीरे-धीरे मैदानी क्षेत्रों में भी नजर आने लगा है।