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सामाजिक सरोकार : लड़कियों को ही करनी होगी समाज के सोच में परिवर्तन की अगुवाई

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 शासकीय कन्या महाविद्यालय में हुई एक दिवसीय कार्यशाला

हरमुद्दा
रतलाम, 24 नवंबर। महिलाएं हर क्षेत्र में कार्यरत है।ऊंचे-ऊंचे पदों पर आसीन है। तरक्कियों की उड़ान भर रही है किंतु फिर भी समाज में अभी तक उनके प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण का अभाव है। उन्हें आज भी सबसे पहले एक लड़की के रूप में ही देखा जाता है और उसी रूप में उनसे व्यवहार किया जाता है जिससे उन्हें कई शारीरिक और मानसिक यातनाओं से गुजरना पड़ता है। यदि इस स्थिति को बदलना है, अपने प्रति समाज मे सम्मान एवं सकारात्मकता का भाव लाना है तो लड़कियों को ही इसके लिए आगे आना होगा। अपने उच्च चरित्र, आदर्श  व्यवहार से ही वे समाज की सोच में परिवर्तन लाकर महिलाओं के लिए सकारात्मक माहौल बना सकती है।

यह विचार रतलाम की प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता, कानूनविद एवं परामर्शदाता सबा खान ने व्यक्त किए। वे शासकीय कन्या महाविद्यालय रतलाम में राष्ट्रीय सेवा योजना की इकाइयों द्वारा ” महिलाओं के प्रति समाज मे सकारात्मक सोच एवं आत्मनिर्भरता” विषय पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद थी।

छात्राओं को संबोधित करते हुए समाजसेवी सबा खान

अपने चरित्र को रखें ऊंचा, बचे साइबर क्राइम से

उन्होंने छात्राओं से आह्वान किया कि वे अपने जीवन के इस समय में  उच्च शिक्षा, ज्ञान एवं प्रशिक्षण लेकर आत्मनिर्भर बने। इससे उनके प्रति समाज का नज़रिया जरूर बदलेगा। अपने चरित्र को ऊंचा रखे, साइबर क्राइम से बचे, अपनी छठी इन्द्रिय के इशारों को समझते हुए झूठे वादों, फरेबों और आकर्षणों से स्वयं को बचावें। उन्होंने महिलाओं से संबंधित कानूनी धाराओं के बारे में जानकारी दी एवं छात्राओं के प्रश्नों के उत्तर भी दिए।

परिजनों को जागरूक करने की दी समझाइश

इस अवसर पर वरिष्ठ प्राध्यापिका  प्रोफेसर सुषमा कटारे ने  भी छात्राओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए अपना पूरा ध्यान पढ़ाई पर केंद्रित करने के लिए प्रेरित किया। आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर महिलाओं के प्रति समाज का दृष्टिकोण अवश्य बदलता है ।उन्होंने छात्राओं से एक दूसरे की मदद करने एवं अपने घर में भी भाइयों को इस बारे में जागरूक करने की समझाइश दी।

अहम से दूर होकर करें जीवन का लक्ष्य तय

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. सुरेश कटारिया ने कहा कि छात्राओं को अहम से दूर रहकर अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित कर उसके लिए सतत प्रयत्न करें।

छात्राओं ने दी गीत की प्रस्तुति

गीत की प्रस्तुति देते हुए छात्राएं

कार्यक्रम का प्रारंभ  अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन से हुआ। रासेयो स्वयं सेविकाओं पायल हिहोर, नीलम तिवारी, नीता पाटीदार ने “हम होंगे कामयाब  एक दिन” गीत की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम अधिकारी प्रो. नीलोफर खामोशी ने अतिथि परिचय दिया । अतिथियों का स्वागत निकिता चौधरी, माना तंबोलिया, प्रियंका, योगिता एवं कु. हर्षिता ने NSS बेज लगाकर किया।

यह थे मौजूद

इस अवसर पर डॉ. बी वर्षा, डॉ. स्नेहा पंडित, कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अनामिका सारस्वत, रासेयो स्वयं सेविकाएं और अन्य छात्राएं उपस्थित थी। संचालन कु. विन्दति पाटोदिया ने किया। आभार कु. आँचल नागल ने माना।

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