चक्रवाती तूफान जवाद का टेंशन : केंद्र और राज्य सरकार आई एक्शन में, भारी वर्षा होने की भी आशंका, 100 से अधिक ट्रेन को किया रद्द

 3 से 6 दिसंबर तक तूफान का असर, राज्यों में एनडीआरएफ की 29 टीम तैनात

 प्रधानमंत्री ने ली अहम बैठक

 दिए राज्य सरकारों को निर्देश,

हरमुद्दा
गुरुवार, 2 दिसंबर। बंगाल की खाड़ी से उठ रहे चक्रवाती तूफान जवाद के शुक्रवार से एक्शन में आने के मद्देनजर केंद्र और राज्य सरकार एक्शन में आ गए हैं। 3 से 6 दिसंबर तक तूफान का असर रहेगा। चक्रवाती तूफान के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अहम बैठक ली और राज्य सरकारों को भी इससे निपटने के लिए प्रबंध करने के निर्देश दिए। पीएम की बैठक में बताया गया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने इन राज्यों में 29 टीमों को तैनात किया है और अतिरिक्त टीमों को तैयार रखा जा रहा है। लगभग 100 ट्रेनों को रद्द किया गया है।

चक्रवाती तूफान को लेकर बैठक करते हुए प्रधानमंत्री मोदी

बंगाल की खाड़ी में बन रहे एक और चक्रवातीय तूफान ने देश की चिंता बढ़ा दी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के महानिदेशक ने बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव वाले क्षेत्र के बनने और इसके तीन दिसंबर तक चक्रवाती तूफान जवाद (Jawad) में तब्दील होने की आशंका जताई है। IMD के मुताबिक इसके चार दिसंबर की सुबह तक आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटों को पार करने की उम्मीद है। इस दौरान हवा की गति 90 किलोमीटर प्रति घंटे से 100 किलोमीटर प्रति घंटे के साथ होगी, साथ ही भारी वर्षा होने की भी आशंका है। इसकी गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने देश में चक्रवाती तूफान को लेकर बनी स्थिति को लेकर एक अहम बैठक की अध्यक्षता की। पीएम ने विभिन्न केंद्रीय और राज्य एजेंसियों को ‘किसी भी तरह के जानमाल के नुकसान से बचने और संपत्ति, बुनियादी ढांचे और फसलों को कम से कम नुकसान पहुंचने देने’’ का निर्देश दिया।

तीन राज्यों में ज्यादा होगा तूफान का असर

इस चक्रवाती तूफान के अगले तीन दिनों में आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल को बुरी तरह प्रभावित करने की आशंका है। आईएमडी (IMD) ने ओडिशा के 3 दिसंबर को गजपति, गंजम, पुरी और जगतसिंहपुर जिलों में रेड अलर्ट (भारी से बहुत भारी वर्षा का संकेत) जारी किया है। वहीं केंद्रपाड़ा, कटक, खुर्दा, नयागढ़, कंधमाल, रायगडा और कोरापुट जिलों में 4 दिसंबर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। चक्रवाती तूफान के आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम, विशाखापत्तनम और विजयनगरम जिलों को भी प्रभावित करने की आशंका है। इसके साथ ही ओडिशा के तटीय क्षेत्रों और पश्चिम बंगाल के कुछ भागों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की आशंका है।

राज्यों ने की है तैयारी

चक्रवाती तूफान जवाद (Cyclone JAWAD) का सबसे ज्यादा प्रभाव फ्लाइट्स और रेलवे (Flight and Train Service) पर पड़ेगा। भारतीय रेल ने प्रभावित इलाकों के रुट की करीब 100 ट्रेनों को रद्द कर दिया है। रेलवे द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि चक्रवाती तूफान जवाद को लेकर ओडिशा से चलने वाली पुरुषोत्तम, भुवनेश्‍वर राजधानी समेत कई ट्रेनें रद रहेंगी। कई ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित किया जा रहा है।

30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी हवा

चक्रवात जवाद (Cyclone JAWAD) का पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों पर भी व्यापक असर होने वाला है। मौसम विभाग ने शनिवार से बंगाल के तटीय क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश (Heavy Rain) की आशंका जाहिर की है। पूर्व व पश्चिम मेदिनीपुर, उत्तर व दक्षिण 24 परगना, हावड़ा व झाड़ग्राम जिलों में भारी से अति भारी बारिश के आसार हैं। इसके साथ ही 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चल सकती हैं। कई जिलों में चेतावनी जारी की गई है। धान की तेजी से कटाई के निर्देश दिये गये हैं और आलू उत्पादकों के पौधरोपण पर रोक लगा दी गई है।

तेज बारिश की संभावना

इसका असर झारखंड (Cyclone JAWAD Jharkhand) में भी देखने को मिलेगा। संभावित चक्रवाती तूफान जवाद की आशंका को लेकर की ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक 3 से 6 दिसंबर तक मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। इस दौरान राज्य के विभिन्न जिलों में तेज हवा के साथ बारिश होने की संभावना जताई गई है।

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