श्रम संहिताओं को वापस नहीं लिया तो देश भर में होगा विशाल आंदोलन
सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन और एमआर यूनियन के संयुक्त तत्वावधान में हुई कार्यशाला
केंद्र सरकार कर रही 44 श्रम कानूनों को निरस्त
हरमुद्दा
रतलाम 5 दिसंबर। श्रम संहिताओं को वापस नहीं लिया तो पूरे देश भर में एक विशाल आंदोलन किया जाएगा आगामी समय में एक राष्ट्रव्यापी हड़ताल भी प्रस्तावित है।
यह बात यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक एंप्लाइज यूनियन के कॉमरेड हरीश यादव ने कही। श्री यादव सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन और एमआर यूनियन के संयुक्त तत्वावधान में शास्त्री नगर स्थित एमआर कार्यालय में श्रम संहिताओं का श्रमिकों पर पड़ने वाले प्रभाव पर हुई एक दिवसीय कार्यशाला का मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए एमआर शाखा अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा 44 श्रम कानूनों को निरस्त कर उनके स्थान पर चार श्रम संहिता लागू की जा रही है। इनका श्रमिक अधिकारों पर होने वाले पड़ने वाले प्रभाव को विस्तृत में सबके सामने रखा। विषय प्रवर्तन शाखा सचिव हरीश सोनी द्वारा किया गया।
यह थे मौजूद
इस अवसर पर विपिन कसेरा, प्रशांत पाठक, हरीश जोशी श्याम जोक चंद्र राधेश्याम दुबे आदि साथी उपस्थित थे। संचालन राहुल जाधव ने किया। आभार संजय व्यास ने माना।