विभाग की छवि की धूमिल तो सेवा से पृथक किए गए पांच पुलिसकर्मी
डीआईडी श्री सक्सेना द्वारा की गई कार्रवाई
परिजनों ने अपहरण की आशंका करवाई रिपोर्ट दर्ज
हरमुद्दा
रतलाम, 11 दिसंबर। पुलिसकर्मियों द्वारा एनडीपीएस एक्ट जैसी विशिष्ट विधि एवं इसके विशिष्ट प्रावधानों के प्रतिकूल कार्रवाई की। इस दौरान अत्याधिक संदेहास्पद आचरण प्रदर्शित किया। विभाग की छवि धूमिल करने के कारण पुलिस उपमहानिरीक्षक रतलाम रेंज सुशांत कुमार सक्सेना द्वारा नीमच जिले के पांच पुलिसकर्मियों को सेवा से पृथक कर दिया गया है।
पुलिस उपमहानिरीक्षक श्री सक्सेना ने बताया कि विगत 17 नवंबर की प्रातः नीमच जिले के थाना जावद पर पदस्थ उपनिरीक्षक कमलेश गौड़ एवं उनकी टीम द्वारा अन्य थाना बघाना क्षेत्रांतर्गत जाकर अक्षय गोयल नाम के व्यक्ति को वाहन में मादक पदार्थ मिलने की बात कहकर विधि विरुद्ध तरीके से अभिरक्षा में लिया गया एवं उन्हें अशासकीय स्थान पर निजी मकान में ले जाकर रखा गया।
स्थानीय थाने को भी नहीं दी सूचना
इस संबंध में स्थानीय थाने को भी किसी प्रकार की सूचना नहीं दी गई। अक्षय गोयल के परिजनों द्वारा उनके अपहरण की आशंका व्यक्त करते हुए थाना नीमच कैंट में गुमशुदगी दर्ज कराई गई।
पहले हुई विभागीय जांच पांचों पर
प्राथमिक जांच के दौरान उपनिरीक्षक कमलेश गौड़, आरक्षक सतीश कुशवाह, चंदनसिंह, कमलसिंह एवं आनंदपालसिंह दोषी पाए जाने से उनके विरुद्ध विभागीय जांच संस्थित की गई।
तो फिर हुई सेवा से पृथक करने की कार्रवाई
विभागीय जांच में अधिरोपित आरोप प्रमाणित पाए जाने से विधि विरुद्ध कार्यवाही एवं संदेहास्पद आचरण प्रदर्शित कर आमजन में विभागीय छवि धूमिल करने पर पुलिसकर्मियों को ’सेवा से पृथक’ कर दिया गया है।