जब बड़े भाई को सौंपी छोटे भाई की अस्थियां तो वे रो पड़े
1 min read अकेले रहते थे बिरियाखेड़ी में
हरमुद्दा
रतलाम, 1 फरवरी। अविवाहित अकेले रहने वाले खुमान सिंह पिता भूवान सिंह चौहान निवासी बिरियाखेड़ी उम्र 55 वर्ष जोकि लगभग 20 वर्ष पूर्व लकवे की बीमारी से ग्रस्त हो गए। मृत्यु के पश्चात अंतिम संस्कार कर दिया गया था बड़े भाई को पता चला तो वे आए, जिन्हें अस्थियां सौंपी गई।
काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के सचिव गोविंद काकानी ने बताया कि मजदूरी कार्य कर अपना जीवन यापन कर रहे थे। 13 दिसंबर को राम मंदिर चौराहे पर बीमारी की हालत में पड़े होने से समाजसेवियों ने 108 द्वारा उन्हें जिला चिकित्सालय पहुंचाया। आइसोलेशन वार्ड में भर्तीकर डॉक्टरों ने भरपूर कोशिश कर बचाने का प्रयत्न किया परंतु दिनांक 16 दिसंबर को मृत्यु हो गई।
जानकारी मिलने पर पहुंचे बड़े भाई
श्री काकानी ने श्रीमती ममता राजेश तिवारी द्वारा प्रदत राशि से अंतिम संस्कार भक्तन की बावड़ी पर किया था। परिजन के बड़े भाई नरेंद्र सिंह पिता भुवान सिंह चौहान को अपने छोटे भाई की मृत्यु की जानकारी मिली और अस्थियां लेने में भक्तन की बावड़ी मुक्तिधाम पर पहुंचे। अपने छोटे भाई की अस्थियां पाकर वह रो पड़े। उन्होंने बताया कि चार-पांच दिन जब भाई नहीं दिखे उनकी खोजबीन करने पर रात्रि में अस्पताल पुलिस चौकी के माध्यम से फोटोग्राफर सुनील डागा के यहां भाई के फोटो देखने पर उसे पहचाना। परिवार में छोटे भाई खुमान सिंह के अलावा बहन श्रीमती कमला परिहार कनेरी में निवास करती है। भक्तन की बावड़ी मुक्तिधाम पर व्यवस्था प्रमुख मनोज बोरवाल, कैलाश नात एवं भतीजे शैलेंद्र चौहान की उपस्थिति में अस्थियां बड़े भाई नरेंद्र सिंह को सौंपी गई।