शिक्षा को दिशा : प्रश्नावली के तहत विचारों का लिखित दस्तावेज तैयार किया जानकारों ने
जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में
4 स्तरों पर बनाए गए समूह
हरमुद्दा
पिपलौदा, 14 फरवरी। राज्य के शैक्षिक पाठ्यक्रम को दिशा देने के लिए जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में किया गया। इसमें 4 स्तरों पर बनाए गए समूहों ने राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा प्रदान की गई प्रश्नावली के अनुसार विचारों का लिखित दस्तावेज तैयार किया।
कार्यक्रम की शुरुआत मे अतिथि तेजराम मंगरोदा, राजेन्द्र श्रोत्रीय, संस्थान के प्राचार्य आनन्द शर्मा ने सरस्वती पूजा की तथा अलका आचार्य ने वन्दना प्रस्तुत की। कार्यक्रम की रूपरेखा बताते हुए प्राचार्य शर्मा ने कहा कि शैक्षिक पाठ्यक्रम के निर्धारण में जिले की भूमिका स्तरीय हो, जिससे स्थानीय संस्कृति, विज्ञान और कला को स्थान मिल सके। मुख्य अतिथि मंगरोदा ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में आधुनिकता के साथ कमजोर होते राष्ट्रीय मूल्यों को शामिल किया गया है, इसको भारतीयता के अनुरूप बनाया जाएगा।
कार्यशाला में मौजूद ने दिए सुझाव
विभिन्न समूहों में बाल्यावस्था शिक्षा पर महिला एवं बाल विकास विभाग, शिशु शिक्षा से जुड़ी सरोज पुरोहित, अलका आचार्य, पूजा सोनी और जिला सहायक अकादमिक समन्वयक चेतराम टांक ने प्रस्तुतिकरण किया। प्रौढ़ शिक्षा में संस्थान के दीपक रॉय माथुर के निर्देशन में दिनेश राठौर, विजय बलसोरा ने, शिक्षक शिक्षा पर संजय भट्ट के साथ यामिनी सोनी, कुलदीप सिंह, रितेश सुराणा ने तथा स्कूली शिक्षा के प्रारंभिक और माध्यमिक स्तर पर तेजराम मंगरोदा व राजेन्द्र श्रोत्रिय ने सुझाव प्रस्तुत किए।
अनुभवों को किया सांझा
कार्यक्रम में डाइट में योजना के प्रभारी भंवरलाल सोनी ने ऑनलाइन सर्वे की जानकारी देते हुए 70 के लक्ष्य के विरुद्ध 75 से अधिक लोगो की सहभागिता से प्राप्त अनुभवों को साझा किया। कार्यक्रम में अजय मरमट भी उपस्थित थे। संचालन डॉ. नरेन्द्र गुप्ता ने किया। आभार राजेन्द्र राव भोगलेकर ने माना