अमेरिका ने कहा- रूस की हर गतिविधि पर नजर, हमारे पास है कई कदम जो उठाएंगे
रूस का कदम यूक्रेन पर हमले की शुरुआत : बाइडेन
बुधवार, 23 फरवरी। यूक्रेन-रूस विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। पुतिन के पूर्वी यूक्रेन के 2 क्षेत्रों को अलग राज्य घोषित करने के ऐलान के बाद दुनियाभर में हलचल मच गई है। इसी बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने राष्ट्र को संबोधित किया। यूक्रेन और रूस के बीच चल रही तनातनी को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि हम स्थिति का आकलन कर रहे हैं। इस स्थिति का आकलन करते हुए हम कदम उठाने जा रहे हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा है कि हमारी तरफ से रक्षात्मक कदम उठाए जा रहे हैं। दो रूसी वित्तीय संस्थानों पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान करते हुए बाइडेन ने कहा है कि रूस, पश्चिमी देशों के साथ और व्यापार नहीं कर पाएगा। हमारे पास कई कदम हैं जो उठाए जाने हैं। उन्होंने रूस को पश्चिमी देशों से मिलने वाली सहायता पर भी रोक लगाई जाएगी। रूस की ओर से अंतरराष्ट्रीय कानून का लगातार उल्लंघन किया जा रहा है। यूक्रेन की सीमा पर रूसी सेना का जमावड़ा है।
अब जापान की भी एंट्री
इस बीच इस रूस और यूक्रेन के विवाद में अब जापान की भी एंट्री हो गई है। जापान ने अमेरिका और ब्रिटेन का साथ देते हुए अपने देश में कई रूसी नागरिकों की संपत्ति को फ्रीज कर दिया है।
जंगल के माहौल में भारत लौटे 240 छात्र
जंग के माहौल के बीच यूक्रेन में पढ़ने वाले 240 भारतीय छात्र मंगलवार रात भारत लौट आए हैं। केंद्र सरकार ने यूक्रेन में पढ़ने वाले छात्रों का भारत लाने के लिए एक विशेष विमान भेजा था, जो कल देर रात भारत वापस लौट आया। राजधानी नई दिल्ली पहुंचने के बाद भारतीय छात्रों ने कहा कि वे रूस और पूर्वी यूरोपीय देश के बीच बढ़ते तनाव के कारण अपने देश लौटने पर खुश हैं। वे वहां काफी दहशत के बीच समय बिता रहे थे।
रूस पर भी लगाया प्रतिबंध जापान ने
रूस और यूक्रेन के बीच जारी विवाद में अब जापान भी कूद गया है। जापान के प्रधानमंत्री फूमियो किशिदा ने बुधवार को कहा कि जापान रूस पर प्रतिबंध लगा रहा है, जिसमें जापान में रूसी बांड जारी करने पर प्रतिबंध और कुछ रूसी व्यक्तियों की संपत्ति को फ्रीज करना शामिल है।
यूक्रेन बोले, जब तक जीतेंगे नहीं, तब तक लड़ते रहेंगे
रूसी कार्रवाई के खिलाफ अब यूक्रेन भी सख्त हो गया है। यूक्रेन के विदेश मंत्री कुलेबास ने कहा है कि मामूली, मध्यम या बड़े हमले जैसी कोई बात नहीं है। एक हमला भी हमला ही होता है। हम कूटनीतिक और सैन्य दोनों विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। कुलेबास ने कहा कि हम अपनी जमीन के हर इंच और हर शहर और हर गांव के लिए लड़ना है, हम तब तक लड़ेंगे, जब तक हम जीतेंगे।