शिक्षा और संस्कार : राम ने पहले दी परीक्षा, फिर लिए रीत से प्रीति संग सात फेरे
कुछ रस्म परीक्षा के पहले तो कुछ उसके बाद
सामूहिक समारोह में था विवाह का आयोजन
हरमुद्दा
छतरपुर, 26 फरवरी। वैवाहिक आयोजन की धूम मची थी। मेहमान नवाजी चल रही थी। कुछ रस्में हो चुकी थी और कुछ रस्में बाकी थी, तभी दूल्हा राम गया परीक्षा देने। इसके बाद दूल्हा आया और रीत के साथ प्रीति के संग सात फेरे लिए और जीवनसंगिनी बनाया। शिक्षा और संस्कार का परिचय एक साथ देखने को मिला। शिक्षा की पहले परीक्षा दी और फिर भारतीय संस्कार के तहत पानी ग्रहण संस्कार का निर्वहन किया।
छतरपुर में बुंदेलखंड समाज द्वारा सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया आयोजन में 11 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे। इनमें एक जय राम सेन और प्रीति सेन। राम ने बताया कि शादी की तारीख पहले ही तय हो चुकी थी लेकिन परीक्षा की तारीख बाद में तय हुई। दसवीं बोर्ड की परीक्षा की साल भर पढ़ाई की है तो परीक्षा देना भी जरूरी है। शादी कुछ घंटे बाद भी हो सकती थी। इसलिए निर्णय लिया कि कुछ रस्में पहले पूरी कर ली जाए और बाकी की रस्में परीक्षा के बाद। जिंदगी में दोनों ही जरूरी है। पढ़ाई के बाद परीक्षा देना और विवाह के बाद जीवनसंगिनी का साथ देना। इस निर्णय में परिजनों ने पूरा पूरा साथ दिया।
पहनाई एक दूसरे को वरमाला
इस दौरान अन्य जोड़े परिणय सूत्र में बंध गए मगर प्रीति अपने मीत का इंतजार कर रही थी जैसे ही वह आया खुशी से चेहरा चमक गया दोनों ने एक दूसरे को वरमाला पहनाई और वरिष्ठ और से आशीर्वाद लिया।