काम न आया बेलपत्र-शहद का खेल, कथावाचक प्रदीप मिश्रा का बेटा हो गया फेल !
⚫ बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया कांग्रेस जिला प्रवक्ता ने
⚫ पंडित जी को केवल कथा करना चाहिए टोने-टोटके नहीं
हरमुद्दा
सीहोर, 15 मई। यदि आपका बच्चा परीक्षा में पढ़ाई नहीं कर पाया और वह फेल होने वाला है तो आपको बस यह करना हैं ” बेलपत्र के बीच वाली पत्ती पर शहद लगाकर इसे अपने बच्चे के हाथ से स्पर्श कराकर इस पत्ति को शिवलिंग पर चिपका दीजिए और फिर परीक्षा परिणाम में चमत्कार को देखिये, बच्चा बिना पढ़े ही पास हो जाएगा, ऐसा कहना है प्रदीप जी मिश्रा। मगर इसमें खास बात यह है कि खुद पंडित मिश्रा का बेटा ही आठवीं में फेल हो गया। टोटके के इस वीडियो के वायरल होने और कथावाचक प्रदीप मिश्रा के अब सुर्खियों में आने की वजह बने है।
सीहोर जिला कांग्रेस के प्रवक्ता पंकज शर्मा ने दावा किया है कि कथावाचक प्रदीप मिश्रा का बेटा खुद आठवीं में फेल हो गया है। इसके साथ ही उन्होंने कथावाचक पंडित जी पर बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप भी लगाया है। कांग्रेस प्रवक्ता शर्मा ने कहा कि एक कथावाचक को सिर्फ भगवान के नाम पर कथा करना चाहिए।
आएंगे चमत्कारिक परिणाम
पिछले दिनों अचानक सुर्खियों में आए प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित मिश्रा ने दावा किया था कि यदि आपके बच्चे ने पढ़ाई नहीं की है और पास नहीं होने की संभावना है तो बेलपत्र के बीच वाली पत्ती पर शहद लगा दीजिए और इस पर बच्चे का हाथ लगाकर इस पत्ति को शिवलिंग पर चिपका दीजिए। इससे चमत्कारिक परिणाम आएंगे और बिना साल भर पढ़ाई करने वाला बच्चा भी जिस सब्जेक्ट के लिए काम करेगा उस विषय में से पास होने से कोई नहीं रोक सकता।
तो क्या उन्होंने किया आधा अनुष्ठान
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा है कि क्या पंडित जी ने बेल पत्र पर शहद अच्छे से नहीं लगवाया था या आधा अनुष्ठान किया था। पंडित प्रदीप मिश्रा पिछले दिनों तक सुर्खियों में आए थे जब उनकी सीहोर में चल रही कथा भारी भीड़ के चलते रद्द कर दी गई थी। उसके बाद पंडित मिश्रा को मनाने में पूरी सरकार जुट गई थी। लोगों से द कश्मीर फाइल्स देखने की बात करने वाले और हिंदू राष्ट्र के लिए जमकर बयानबाजी करने वाले पंडित मिश्रा इन दिनों देशभर में काफी लोकप्रिय हैं।