धर्म संस्कृति : वट सावित्री पूर्णिमा आज, जीवनसाथी के दीर्घायु की होगी कामना
⚫ वट वृक्ष में है 3 देवताओं का वास
⚫ सुख-समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य का मिलता है पुण्य फल
हरमुद्दा
मंगलवार, 14 जून। मंगलवार को देशभर में महिलाओं द्वारा वट सावित्री पूर्णिमा का उत्सव मनाया जा रहा है। विधि विधान के साथ महिलाएं वट वृक्ष की पूजन कर परिक्रमा कर रही हैं। सुख-समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य का पुण्य फल मिलता है। पूजन का समय दोपहर तक है।
पंडित दुर्गाशंकर ओझा ने हरमुद्दा को बताया कि जेष्ठ शुक्ल पक्ष पूर्णिमा मंगलवार को है। सुहागन महिलाएं पति की लंबी आयु, संतान प्राप्ति और सुख-सौभाग्य की कामना से व्रत रखते हुए वट (बरगद) वृक्ष का पूजन करेंगी। वट वृक्ष में ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों देवताओं का वास माना जाता हैं। अत: इस वृक्ष की पूजा करने से सुख-समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य का पुण्य फल मिलता है। मान्यता है कि वट सावित्री पूर्णिमा का व्रत रखने से महिलाओं को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। बरगद के पेड़ की आयु सैकड़ों साल होती है।
परिवार की परंपरा और संस्कृति के अनुरूप होगा पूजन अर्चन
पंडित ओझा ने बताया कि ज्येष्ठ शुक्ल पूर्णिमा तिथि का आरंभ 13 जून, सोमवार, रात्रि 9:02 मिनट से हुआ है, जो 14 जून, मंगलवार, सायं 5:21 मिनट तक रहेगी। उदया तिथि के हिसाब से मंगलवार को वट सावित्री पूर्णिमा है। महिलाएं अपने परिवार की परंपरा और संस्कृति के अनुसार व्रत उत्सव करेगी। शुभ मुहूर्त में पूजन करना श्रेयस्कर रहेगा।