आमजन सुना रहे सचिव, सहायक सचिव और भृत्य के कारनामे : पात्रों को मिल रहे मकान, भृत्य ने करवा लिए तीन मकान अपने नाम, कर रहे हैं अनाप-शनाप भ्रष्टाचार
⚫ पुराने काम को बता रहे नया और निकाल रहे राशि
⚫ जिला स्तरीय जनसुनवाई में आए 56 आए आवेदन
⚫ कलेक्टर ने दिए निराकरण की कार्रवाई के निर्देश
⚫ जांच कर दोषियों को किया जाएगा दंडित
हरमुद्दा
रतलाम 27 सितम्बर। सचिव सहायक सचिव और भृत्य के कारनामों का बखान जिले के आमजन सुना रहे हैं। आम जनों का कहना है कि अपात्रों को प्रधानमंत्री आवास मिल रहे हैं जो योग्य नहीं है, वे तीन तीन मकान हथिया रहे हैं। इनकी मनमानी इतनी चल गई है कि पुराने काम को भी नया बताकर राशि निकाली जा रही है और भ्रष्टाचार किया जा रहा है। कार्य के लिए राशि मंजूर है लेकिन कार्य नहीं किया जा रहा है
ग्राम पंचायत असावती में मनमानी
ग्राम पंचायत असावती के संबंध में आवेदक दीपक परमार द्वारा बताया गया कि वहां सहायक सचिव, सचिव तथा भृत्य के द्वारा भ्रष्टाचार किया गया है। पीएम आवास में जो हितग्राही सबसे अधिक पात्रता में आते हैं उन्हें वंचित करके जो अपात्र हैं उनको आवास दे दिया है। ग्राम सुदूर सड़क योजना में जो राशि आई उस राशि से कार्य नहीं किया। उस सड़क पर अभी भी बरसात के समय के कीचड़ से निकलते हैं। स्वच्छ भारत मिशन में शौचालयों का ग्रामीणों को अभी तक आवंटन नहीं किया गया। पंचायत के चपरासी द्वारा द्वारा अपने ही परिवार की समग्र आईडी विभाजन करवाकर 3 पीएम आवास, 3 शौचालय , वाटर हार्वेस्टिंग, नंदन फलोद्यान, तालाब निर्माण, कूप निर्माण का लाभ पंचायत के सहायक सचिव के द्वारा दिया गया और आज तक 60 साल से अधिक उम्र वालों को पीएम आवास और योजनाओं के नाम पर सिर्फ मूर्ख बनाया जा रहा है। आवेदक द्वारा जब शिकायत की गई तो उसको धमकी दी गई है। आवेदन निराकरण तथा आवश्यक कार्रवाई के लिए जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को प्रेषित किया गया।
अब तक नहीं मिला क्रमोन्नति का लाभ
सागोद रोड रतलाम निवासी सेवानिवृत्त अधीक्षक आदिवासी बालक छात्रावास प्रेमदास औरसिया द्वारा आवेदन दिया गया कि उसे विभाग द्वारा क्रमोन्नति का लाभ नहीं दिया गया है। वह सेवानिवृत्त हो चुके हैं, जुलाई 2014 से लाभ मिलना था परंतु आज तक ना तो एरियर मिला, नहीं लाभ मिला, कार्रवाई के लिए आवेदन ट्राइबल विभाग को प्रेषित किया गया।
ग्राम पंचायत पलाश में भ्रष्टाचार
ग्राम पंचायत निपानिया राजगुरु में बंद पड़ी नल जल योजना के संबंध में आवेदकों द्वारा शिकायत की गई। निराकरण के लिए कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी को निर्देशित किया गया। ग्राम पंचायत पलाश में भ्रष्टाचार की शिकायत ग्रामीणों द्वारा की गई। बताया कि पंचायत में अधिकतर पुराने निर्माण कार्यों को दोबारा निर्माण कार्य बताकर राशि का आहरण किया गया है। आयुष्मान कार्ड अधिकांश लोगों के नहीं बनाए गए हैं। स्कूलों के बच्चों की अधिकांश आईडी सचिव द्वारा नहीं बनाई गई है। पलाश गांव में स्ट्रीट लाइट के नाम से 1 लाख 7000 रुपए निकाल लिए, लाइट नहीं लगाई। ग्राम मजरा गुर्जरपाड़ा स्कूल के सामने वाली गली में पुराने सीसी रोड को नया सीसी रोड बताकर राशि निकाली गई। वर्तमान में पंचायत चुनाव के 2 माह पूर्व 35 लाख रुपए सरपंच सचिव रोजगार सहायक द्वारा निकाले गए, उसके निर्माण क्या हुए जांच की जाए। स्वच्छ भारत मिशन योजना के अंतर्गत शौचालय निर्माण की राशि निकाली गई, प्रत्येक परिवार का शौचालय निर्माण नहीं कराया गया परंतु राशि निकाली गई। पलाश गांव की शिकायतों पर जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा कार्रवाई की जाएगी।
नहीं मिला आज तक पट्टा, गिरदावर कर रहा टालमटोल
ग्राम राकोदा तहसील पिपलोदा के आवेदक दिनेश ने बताया कि वह 25 वर्षों से ग्राम आबादी भूमि पर अपना कच्चा मकान बनाकर निवास कर रहा है, उसी मकान में नल, बिजली का बिल, जुर्माना रसीद, पंचायत का प्रमाण पत्र की फोटो, राशन कार्ड अन्य दस्तावेज भी बने हुए हैं परंतु आज दिनांक तक उसे पट्टा नहीं मिला है। परंतु जब भी पटवारी गिरदावर से पट्टे की बात की जाती है तो वह टालमटोल कर देते हैं। कभी कहते हैं बाद में आना तो अभी आप के पट्टे में और समय लगेगा आदि।
ग्राम पंचायत नायन में रोजगार सहायक द्वारा निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार
जनसुनवाई में जनपद पंचायत रतलाम की ग्राम पंचायत नायन में रोजगार सहायक द्वारा निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार की शिकायत आवेदन में की गई। आवेदक धन्नालाल चौहान ने बताया कि सड़क योजना में मेन रोड से नरसिंह जी के खेत तक, मेन रोड से बीरम सिंह के खेत तक के लिए 10 लाख रूपए की राशि आई परंतु रोड कागज़ी कार्रवाई में पूर्ण है, किंतु अभी तक बना नहीं है। जांच अधिकारी ने रोड बनाई ही नहीं तो कैसे पास कर दिया, रुपया निकाल लिया, इसकी जांच हो। गणपत के घर से प्रहलाद दास के घर तक 20 अगस्त 2017 को 2 लाख 48000 हजार रुपए खर्च किए परंतु रोड अभी नहीं बना है इसका बिल फर्जी बनाकर लगा दिया है। इसकी जांच हो। प्राइमरी स्कूल से पंचायत भवन तक सीसी रोड विगत सितंबर 2017 को 7 लाख 11 हजार रूपए खर्च बता दिया इसकी भी जांच हो अन्य शिकायतें भी की गई।
जांच कर दोषियों को किया जाएगा दंडित
मंगलवार को सीईओ जिला पंचायत जमुना भिड़े, अपर कलेक्टर एमएल आर्य द्वारा जन सुनवाई की गई। इस दौरान 56 आवेदनों पर सुनवाई करते हुए निराकरण के लिए संबंधित विभागों को दिशा निर्देशित किया गया। जिला पंचायत अधिकारी द्वारा आवेदन की जांच की जाकर दोषियों को दंडित किया जाएगा।