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दर्दनाक हादसा : मच्छु नदी पर बने केबल पुल टूटने से दर्जनों महिला पुरुषों की मौत, सैकड़ों लापता, मचा हड़कंप

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⚫ जर्जर हो चुके पुल को रिनोवेशन के बाद 5 दिन पहले ही आमजन के लिए किया था शुरू

⚫ प्रधानमंत्री ने की गुजरात के मुख्यमंत्री से बात

⚫ मुआवजा राशि का हुई घोषणा

⚫ ऐतिहासिक ब्रिज का महाराजा वाघजी ठाकोर ने 1887 में कराया था निर्माण

हरमुद्दा
अहमदाबाद, 30 अक्टूबर। गुजरात के मोरबी में रविवार को एक बड़ा दर्दनाक हादसा हुआ है। यहां पर एक केबल पुल टूटने से दर्जनों लोगों की मौत हो गई है। अब तक 60 से ज्यादा लाशें नदी से निकाली जा चुकी हैं। मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। अभी भी 100 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे है। दर्जनों लोगों को अब तक अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका है। यह केबल पुल मच्छु नदी पर बना है। बताया जा रहा है कि घटना के समय पुल के ऊपर दर्जनों श्रद्धालु मौजूद थे।

घटना के पहले थी इतनी भीड़
केबल टूटते ही ऐसे बीच में लटक गए लोग

घटना के बाद मौके पर हड़कंप मच गया। पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंची हैं। राहत कार्य शुरू कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि पुल जर्जर हो चुका था। पांच दिन पहले ही इसे फिर से मरम्मत के बाद लोगों के लिए खोला गया था।

काफी पुराना ही केबल ब्रिज

मोरबी की मच्छु नदी पर बना यह ब्रिज काफी पुराना है। मोरबी के इस ऐतिहासिक ब्रिज का महाराजा वाघजी ठाकोर ने 1887 में निर्माण कराया था। इस पुल की कुल लंबाई 765 फुट और चौड़ाई साढ़े चार फुट की है। ऐसा कहा जाता है कि महाराजा महल से राज दरबार जाने के लिए इस पुल का इस्तेमाल करते थे। तीन दिन पहले खुला यह ब्रिज पिछले सात महीने से रेनोवेशन के लिए बंद था। दीवाली की छुट्टी के चलते इस पर बड़ी संख्या लोग घूमने पहुंचे थे।

राहत कार्य में परेशानी

घटना स्थल पर पहुंचे बीजेपी सांसद मोहनभाई कल्याणजी कुंदरियापानी ने बताया कि नदी के पानी को बाहर निकालने के लिए पंप मंगाया गया है। पानी निकाला जा रहा है लेकिन नदी में बहुत ज्यादा गाद है जिसके चलते परेशानी आ रही है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें काम कर रही हैं। अंधेरा होने के चलते राहत कार्य में परेशानी आ रही है।

खास सामग्री से हुआ था पुल का रेनोवेशन

पुल की मरम्मत पर दो करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। अगले 15 साल के लिए ओरेवा ट्रस्ट को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इसमें रखरखाव का खर्च शामिल था। विशेषज्ञों ने पुल की मरम्मत के लिए भी विशेष सामग्री मंगवाकर यह काम किया था।

पीएम ने सीएम से की बात

प्रधानमंत्री Narendra Modi ने गुजरात CM और अन्य अधिकारियों ने मोरबी में हुई दुर्घटना के संबंध में बात की। उन्होंने बचाव अभियान के लिए टीमों को तत्काल जुटाने, स्थिति की बारीकी से और लगातार निगरानी करने और प्रभावित लोगों को हर संभव मदद देने को कहा है।

सीएम ने की 4 लाख मुआवजे की घोषणा

घटना के बाद मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने ट्वीट किया, ‘मोरबी में सस्पेंशन ब्रिज गिरने की त्रासदी से मुझे गहरा दुख हुआ है। राहत और बचाव कार्य जारी है। घायलों के तत्काल उपचार की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। मैं इस संबंध में जिला प्रशासन के लगातार संपर्क में हूं।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं त्रासदी में जान गंवाने वाले नागरिकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। राज्य सरकार प्रत्येक मृतक के परिवार को 4 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये देगी।

मृतक के परिवारों को 2 लाख मुआवजे की घोषणा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोरबी में हुए हादसे में जान गंवाने वालों में से प्रत्येक के परिजनों के लिए पीएमएनआरएफ से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है। वहीं घायलों को 50,000 रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है।

गृहमंत्री का दावा 150 लोग डूबे

गुजरात गृहमंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि ओर्बी केबल ब्रिज ढहना बेहद दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। शाम करीब साढ़े छह बजे मोरबी में पुल ढह गया। इस हादसे में लगभग 150 लोग नदी में डूब गए। महज 15 मिनट में मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड, कलेक्टर, जिला एसपी, डॉक्टर, एंबुलेंस ने राहत कार्य शुरू कर दिया।

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