विज्ञान और प्रकृति से मनुष्य सीख ले कर करें विकास : डॉ. मिश्रा
⚫ विश्व विज्ञान दिवस पर कार्यशाला का हुआ शुभारंभ
हरमुद्दा
रतलाम, 10 नवंबर। विश्व विज्ञान दिवस पर विज्ञान की प्रकृति ‘ आउटरीच एक्टीविटी टू कम्यूनिकेट साइंस टेम्पर फार ट्रायबल स्टूडेंट्स इन ट्रायबल डिस्ट्रिक्ट रतलाम’ के अंतर्गत के अंतर्गत शासकीय कन्या शिक्षा परिसर रतलाम में मेपकास्ट द्वारा दो दिवसीय विज्ञान कार्यशाला का शुभारंभ हुआ।
उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शासकीय कला विज्ञान महाविद्यालय रतलाम के प्राचार्य डॉ. वाय.के. मिश्रा मौजूद थे । कार्यक्रम की अध्यक्षता जनजातीय कार्य विभाग की सहायक संचालक सुश्री प्रीति जैन ने की । विशेष अतिथि के रूप में सैलाना के प्राचार्य डी.के. पाटीदार मौजूद थे। संस्था प्राचार्य गणतंत्र मेहता ने अतिथियों का स्वागत किया एवं स्वागत उद्बोधन दिया। कार्यक्रम की रूपरेखा से मेपकास्ट के प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ. विकास यादव ने अवगत कराया।
विद्यार्थियों के लिए उपयोगी है कार्यशाला
डॉ. मिश्रा ने अपने उद्बोधन में कार्यक्रम विद्यार्थियों के लिए बहुत उपयोगी निरूपित किया। उन्होंने कहा कि विज्ञान और प्रकृति से मनुष्य सीख ले कर विकास करे। सुश्री जैन कार्यक्रम की सराहना करते हुए विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे इस कार्यक्रम के माध्यम से विज्ञान से जुड़ें। श्री पाटीदार ने विज्ञान और जीवन के अंतर्संबंधों की व्याख्या की। संचालन आशीष दशोत्तर ने किया ।
प्रदर्शनी में माडल्स एवं चित्र प्रदर्शित
विद्यालय में आयोजित चित्रकला और माडल्स प्रतियोगिता के चित्रों की तथा मेपकास्ट द्वारा तैयार चित्रों की प्रदर्शनी लगाई गई। अतिथियों ने प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
वैज्ञानिक स्वभाव और प्रकृति पर महत्वपूर्ण जानकारी
दूसरे सत्र में ‘वैज्ञानिक स्वभाव और प्रकृति’ विषय पर राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक गजेंद्र सिंह राठौर ने अपना महत्वपूर्ण उद्बोधन दिया। उन्होंने अंधविश्वास और कुरीतियों से दूर रहने में विज्ञान की भूमिका पर प्रकाश डाला तथा उदाहरण एवं प्रयोग द्वारा विज्ञान के महत्व को बताया।
मानव के उत्थान में जीव जंतु, पेड़ पौधे का काफी महत्वपूर्ण
वन विभाग रतलाम की रेंजर सुश्री सीमा सिंह ने विद्यार्थियों को वन्य जीवन, पेड़ पौधों एवं जंतुओं का मानव के उत्थान में महत्व पर प्रेरक उद्बोधन दिया । उन्होंने कहा कि प्रकृति की रक्षा के बिना मनुष्य का जीवन संभव नहीं है और जब तक प्रकृति के प्रति मनुष्य जागरूक नहीं होगा वह विज्ञान के महत्व से परिचित नहीं हो सकेगा। मेपकास्ट के डॉ. विकास यादव ने वन्यजीवों के महत्व से परिचित करवाया और विज्ञान की भूमिका पर प्रकाश डाला।
समापन सत्र में विद्यार्थियों ने विज्ञान से संबंधित गीत एवं कविता की प्रस्तुति दी । इसके उपरांत विज्ञान फिल्मों के माध्यम से विद्यार्थियों को महासागर के जीवन और प्रकृति की रक्षा में मनुष्य की भूमिका से संबंधित जानकारी दी गई। आयोजन में विद्यालय की बालिकाएं, विद्यालय का स्टाफ एवं विज्ञान से जुड़े सम्मानित जन उपस्थित रहे।