धर्म संस्कृति अध्यात्म : देश के शीर्षस्थ संत मुंबई में ‘धर्मो रक्षति रक्षितः विषय पर समाज को करेंगे जागरूक
⚫ 9 दिवसीय 16 वें वार्षिकोत्सव में संत सम्मेलन
⚫ चिद्ध्यानम् आश्रम, मुंबई के 16 वें वार्षिकोत्सव का समापन होगा भंडारे के साथ
⚫ श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञानयज्ञ की पूर्णाहुति एवं तिथि पत्रक का होगा विमोचन
हरमुद्दा के लिए नीलेश सोनी
मुंबई, 31 दिसंबर। मायानगरी में पहली जनवरी को देश के शीर्षस्थ आचार्य, महामंडलेश्वरगण, विद्वत संतजन एवं प्रखर वक्ता ‘धर्मो रक्षति रक्षितः’ विषय पर अपना प्रेरक मार्गदर्शन देकर समाज को जागरूक करेंगे। प्रसंग है- चिद्ध्यानम् आश्रम, काशीमीरा, मुंबई के 9 दिवसीय 16 वें वार्षिकोत्सव के अवसर पर आयोजित संत सम्मेलन।
आश्रम संचालक एवं सूत्रधार अनन्तश्री विभूषित महामण्डलेश्वर स्वामी श्री चिदम्बरानन्द सरस्वतीजी महाराज (श्री पञ्चायती महानिर्वाणी अखाड़ा) ने हरमुद्दा को बताया कि महाभारत और मनुस्मृति में कहा गया है कि ‘धर्मो रक्षति रक्षितः’ अर्थात धर्म की रक्षा करने पर रक्षा करने वाले की धर्म रक्षा करता है। मौजूदा परिवेश में इस विषय पर चिंतन-मनन के साथ इस सूत्र को आचरण में आत्मसात करने की आवश्यकता है। इसी उद्देश्य को लेकर आश्रम के वार्षिकोत्सव के उपलक्ष्य में संत सम्मेलन में देश के विख्यात संतजन अपना मार्गदर्शन प्रदान करने मुंबई पहुंचे है।
देशभर से संत पहुंचे
उन्होंने बताया कि सन्त सम्मेलन में निर्वाणपीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर राजगुरु पूज्य स्वामी विशोकानन्द भारती जी महाराज, अटलपीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर राजगुरु स्वामी विश्वात्मानन्द सरस्वती जी महाराज, अ.भा. अखाड़ा परिषद् अध्यक्ष आदरणीय महन्त श्री रवीन्द्र पुरी जी महाराज, महामण्डलेश्वर पूज्य स्वामी विश्वेश्वरानंद गिरि जी महाराज, महामण्डलेश्वर पूज्य स्वामी आनन्द चैतन्य सरस्वती जी महाराज, महामण्डलेश्वर पूज्य स्वामी आत्मानन्द पुरी जी महाराज, महामण्डलेश्वर पूज्य स्वामी हरिहरानन्द सरस्वती जी महाराज, महामण्डलेश्वर पूज्य स्वामी यतींद्रानन्द गिरि जी महाराज, महामण्डलेश्वर पूज्य स्वामी शंकरानन्द सरस्वती जी महाराज, महामण्डलेश्वर पूज्य स्वामी श्याम चैतन्य पुरी जी महाराज, महामण्डलेश्वर पूज्य स्वामी चंद्रेश्वर गिरि जी महाराज, महामण्डलेश्वर पूज्य स्वामी अक्षरानन्द गिरि जी महाराज, महामण्डलेश्वर पूज्य स्वामी अभयानन्द सरस्वती जी महाराज
महामण्डलेश्वर पूज्य स्वामी चेतन स्वरूप जी महाराज, पूज्य दंडी स्वामी जितेन्द्रानन्द सरस्वती जी महाराज, वार्षिकोत्सव प्रमुख संयोजक – प.पू. महामण्डलेश्वर माँ संविदानन्द सरस्वतीजी, एवं पूज्य स्वामी देवस्वरूप जी महाराज सहित विद्वत संतजन एवं प्रखर वक्ता अपने सदुपदेश प्रदान करेंगे।
हजारों हाथ प्रसादी लेंगे
मुख्य यजमान पन्नालाल राजभर ने हरमुद्दा को बताया वार्षिकोत्सव पर आयोजित श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञानयज्ञ की पूर्णाहुति के साथ भंडारा एवं तिथि पत्रक का विमोचन भी होगा। भंडारे मे हजारों भक्तजन प्रसादी लेंगे। कोरोनाकाल के कारण दो वर्ष बाद आयोजित उत्सव की शुरुआत 24 दिसम्बर को भव्य शोभायात्रा के साथ हुई थी। प्रतिदिन भागवत सप्ताह ज्ञानयज्ञ एवं रासलीला का आयोजन किया गया। उत्सव में शामिल होने के लिए देशभर से श्री हरिहर सेवा समिति के पदाधिकारी, सदस्य एवं भक्तजन पहुंचे है।