स्वर्णिम शुरुआत : सेंट्रल इंडिया के पहले एकमात्र स्वर्ण बाजार के ‘कटारिया ज्वैलर्स’ की स्वर्णिम शुरुआत होगी रविवार को

कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गेहलोत करेंगे शुभारंभ
जिले के विधायक, उद्योगपति सहित अन्य गणमान्य जन रहेंगे मौजूद
हरमुद्दा
रतलाम, 28 जनवरी। सेंट्रल इंडिया के पहले एकमात्र स्वर्णिम बाजार के कटारिया ज्वेलर्स की स्वर्णिम शुरुआत रविवार को होगी। स्वर्णिम शुरुआत 29 जनवरी को कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गेहलोत करेंगे। शहर विधायक सहित गणमान्यजन शुभारंभ समारोह में मौजूद रहेंगे। सबसे खास बात यह है कि एक सदी से भी अधिक समय से कटारिया परिवार स्वर्ण बाजार में एक खास मुकाम हासिल किए हुए हैं पीढ़ी दर पीढ़ी कारोबार को उन्नति के पथ पर अग्रसर कर रही है।

रतलाम का सोना यानी कि शत प्रतिशत विश्वास शुद्धता का। इसीलिए रतलाम का स्वर्ण बाजार नित नए आयाम रच रहा है। कटारिया परिवार नाम ही काफी है। यहां का ‘कटारिया ज्वैलर्स’ जो एक नया आयाम लेकर आया है। कटारिया समूह अपने ग्राहकों को उत्कृष्ट उत्पाद और दशकों से उसका भरोसा जीतने में कामयाब है।
स्वर्णिम शुरुआत रविवार को

रतलाम के भगवान महावीर मार्ग पर स्थित कटारिया ज्वैलर्स के नवनिर्मित शोरूम का का शुभारंभ सुबह 10 बजे होगा। कर्नाटक के राज्यपाल गेहलोत के अलावा सांसद गुमान सिंह डामोर, विधायक चेतन्य काश्यप, दिलीप मकवाना एवं डॉ. राजेंद्र पांडेय, महापौर तथा पूर्व विधायक जितेंद्र गेहलोत, उद्योगपति व समाजसेवी चंदनमल चौरड़िया भी अतिथि के रूप में उपस्थित होंगे।
1 सदी से भी अधिक समय से ग्राहकों के साथी कटारिया परिवार
सोने की शुद्धता का नाम आते ही रतलाम और यहां के कटारिया परिवार का नाम देश ही नहीं, विदेश में भी सम्मान के साथ लिया जाता है। वजह यह कि सोने को की कसौटी हालमार्क से मापदंड से भी ज्यादा शुद्धता की गारंटी यहां के सोने की मानी जाती है। हालमार्क जहां 91.6 प्रतिशत की गारंटी देता है वहीं कटारिया परिवार द्वारा अपने ग्राहकों को 92 प्रतिशत सोने की गारंटी देता है। स्वर्ण आभूषणों पर 4 गुणा 4 की छाप कटारिया परिवार की ही देन बताई जाती है जिस पर खरीददार यकीन करते हैं। रतलामी सोने की शुद्धता का यह भरोसा एक सदी से ज्यादा समय (करीब 113 साल) से कायम है। यही वजह है कि रतलाम की पहचान स्वर्ण नगरी के रूप में है।
इतना भव्य और बड़ा स्वर्ण बाजार आसपास के अन्य राज्यों में भी नहीं
कटारिया परिवार वरिष्ठ सदस्य एवं समाजसेवी अनोखीलाल कटारिया ने हरमुद्दा को बताया कि सेंट्रल इंडिया में स्वर्ण बाजार जैसा कोई नहीं है यह पहला ही प्रयास है। मध्यप्रदेश से नहीं वरन आसपास के राज्यों में भी इतना भव्य स्वर्ण बाजार कहीं पर भी नहीं है। तकनीकी के इस युग में पीढ़ी दर पीढ़ी स्वर्ण कारोबार को बढ़ा रही है। श्री कटारिया ने बताया कि परिवार की पहली फर्म दौलतराम-धूलचंद कटारिया के नाम से 1910 शुरू हुई थी। 1962 में यह धूलचंद-पन्नालाल फर्म बन गई। 1999 में कटारिया ज्वैलर्स आस्तित्व में आई। इसकी शुरुआत आजाद चौक में छोटे से प्रतिष्ठान के रूप में हुई थी जो अब बड़ा आकार लेने जा रहा है।
ग्राहकों की भावना और विश्वास पर खरा उतरना ही हमारी खरी कमाई
कटारिया ज्वैलर्स के रवि कटारिया ने बताया कि एक अनुपम स्वर्णिम बाजार की स्वर्णिम शुरुआत है। और यह शुरुआत अभी की नहीं है, वरन इसमें भी दशकों का समय लगा है। ग्राहकों की भावना और विश्वास पर खरा उतरना ही हमारी खरी कमाई है। यही कारण है कि हम लगातार उन्नति के पथ पर अग्रसर होते रहे और 2023 के पहले माह के अंतिम सप्ताह के पहले दिन नए प्रकल्प की शुरुआत हो रही है। स्वर्ण बाजार में जो ग्राहकों का स्नेह मिल रहा है हम भी उस पर खरे उतरने के लिए वचनबद्ध हैं।