कुबेरेश्वर धाम अव्यस्थाओं के नाम : लाखों श्रद्धालु आने से स्थिति बिगड़ी, हालात हुए बेकाबू, अब तक हो चुकी तीन की मौत, रुद्राक्ष वितरण भी रोका
1 min read⚫ बेटे को लेकर पैदल लगाई दौड़, नहीं बच पाई जान
⚫ करीब दो लाख की आबादी वाले गांव में आए 10 लाख से अधिक
⚫ देशभर से आए लोग बिना दर्शन और रुद्राक्ष के मायूस होकर लौट रहे
⚫ लोगों ने श्रद्धालुओं से लूट मचा रखी ₹50 में पानी की बॉटल बेची जा रही है तो वॉशरूम के लिए वसूल रहे हैं 100 रुपए तक
हरमुद्दा
सीहोर, 17 फरवरी। कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा आयोजित रुद्राक्ष महोत्सव में हजारों लोग बदइंतजामी के शिकार हो गए। कुबेरेश्वर धाम आए लोगों में अब तक तीन की मौत हो चुकी है। मृतकों में दो महिला और एक बच्चा शामिल है। वहीं, हालात बेकाबू होने के बाद रुद्राक्ष वितरण स्थगित कर दिया गया है। लंबे जाम के कारण लोग परेशान हैं। आवागमन आवागमन सुगम नहीं है। रेलवे स्टेशन बस स्टैंड कहीं पर भी पैर रखने तक की जगह नहीं मिल रही। श्रद्धालुओं का कहना है कि यहां आकर हम तो पछता रहे हैं। कुबेरेश्वर धाम के आसपास लोगों ने लूट मचा रखी है। 20 की पानी की बोतल ₹50 में बेची जा रही है और वॉशरूम के लिए 50 से 100 वसूल रहे हैं।
सीहोर जिला अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार दो महिलाओं की भी मौत हुई है। जबकि पिछले 24 घंटे में 73 लोग घायल हुए हैं। घायलों की संख्या काफी ज्यादा हो सकती है क्योंकि यह आंकड़ा केवल उनका है जो इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंचे थे। वहीं दर्जनों लोग अपने परिवार से बिछड़ कर लापता भी हैं। उन्हें ढूंढने की कोशिशें जारी है।
बेटे को लेकर पैदल दौड़े मगर नहीं बचा पाए जान
महाराष्ट्र के जलगांव से विनोद भट्ट अपने दो बच्चों और पत्नी को लेकर रुद्राक्ष वितरण समारोह में सीहोर आए थे। उनके तीन साल के बेटे अमोघ भट्ट की तबीयत पहले से थोड़ी खराब थी। सड़क पर जाम और गाड़ी की सुविधा नहीं हाेने के कारण उन्हें पैदल चलकर आना पड़ा। इस कारण बच्चे की तबीयत और खराब हाे गई। आनन फानन में माता-पिता उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां शुक्रवार सुबह डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
देशभर से आए लोग बिना दर्शन और रुद्राक्ष के मायूस हुए कोस रहे पंडित मिश्रा को
रुद्राक्ष महोत्सव का आज दूसरा दिन है। लाखों की संख्या में श्रद्धालु सुबह से ही रुद्राक्ष के लिए लाइन में लगे हैं। हालांकि, रुद्राक्ष का वितरण कल शाम से ही रोक दिया गया है। देशभर से आए लोग बिना दर्शन और रुद्राक्ष के मायूस होकर लौट रहे हैं। उनके मन में पंडित प्रदीप मिश्रा को लेकर काफी गुस्सा भी है। अपनी आंखों के सामने लोगों को भगदड़ में घायल होते और मरते देख लोग पंडित प्रदीप मिश्रा को जमकर कोस रहे हैं।
लूट मची है चारों ओर
कुबेरेश्वर धाम के आसपास में पानी की बोतलें भी 40 से 50 रुपए तक में मिल रही है। पंडित प्रदीप मिश्रा अथवा प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं के शौच की भी व्यवस्था नहीं की गई है। लोगों के मुताबिक आसपास के गांवों में भी श्रद्धालुओं से नहाने-शौच के लिए 50 से 100 रुपए तक वसूले गए हैं।
पंडित मिश्रा की बातों से श्रद्धालु आहत
अव्यवस्था को लेकर हंगामा होने के बाद प्रदीप मिश्रा ने कहा कि जो रुद्राक्ष के लालच में यहां पर आ रहा है, उससे हाथ जोड़कर निवेदन है कि वह यहां न आए। अपना टिकट कैंसिल करा लें। अब बाबा और कथा के लालच में आना। उन्होंने श्रद्धालुओं की मौत को लेकर कहा कि जिसका लिखा होगा तो मौत होगी ही। प्रदीप मिश्रा के इन बयानों से भी श्रद्धालु काफी आहत हैं। लोगों ने कहा कि पहले पंडित मिश्रा ने ही सोशल मीडिया से लेकर टेलीविजन चैनलों तक दिव्य रुद्राक्ष देने का प्रचार प्रसार किया और अब अपनी बात से खुद पलट गए।
लंबे जाम के कारण सगाई हो गई रद्द
इस रुद्राक्ष वितरण कार्यक्रम के कारण भोपाल से इंदौर व अन्य जगह जाने वाले लोगों को भी काफी दिक्कतें हुई हैं। भोपाल के अशोका गार्डन में रहने वाली और पेशे से कम्प्यूटर इंजीनियर रोशनी जैन भीड़ और भगदड़ के कारण अपनी सगाई में नहीं पहुंच पाई। गुरुवार को रोशनी की मक्सी में सगाई थी। बस में लड़की का पूरा परिवार मक्सी जाने के लिए रवाना हुआ था, लेकिन सुबह 8 बजे से वे ट्रैफिक जाम में ऐसे फंसे कि रोशनी की दोपहर 12 बजे होने वाली सगाई स्थगित हो गई। शाम के 5 बजे भी उनकी बस कुबेरेश्वर धाम जाने वाले रास्ते के दूसरी तरफ जाम में ही फंसी थी। कनेक्टविटी नहीं होने से वर पक्ष के लोगों के साथ उनकी बात भी नहीं हो पा रही थी।
10 लाख से अधिक लोग पहुंचे कुबेरेश्वर धाम
रुद्राक्ष पाने की ख्वाहिश लिए देश के अलग-अलग हिस्सों से करीब 10 लाख से अधिक लोग इस वक्त कुबेरेश्वर धाम पहुंचे हैं। बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने के चलते यहां हालात बेकाबू हो गए हैं। प्रशासन ने 10 लाख लोगों के यहां पहुंचने की तैयारी की थी, लेकिन लगातार आ रही भीड़ के चलते प्रशासन यहां व्यवस्थाएं सुचारू रूप से संभाल नहीं पा रहा है। कुबेरेश्वर धाम में 16 फरवरी से 22 फरवरी तक रुद्राक्ष वितरण और शिव कथा का आयोजन होना था, लेकिन फिलहाल बढ़ती भीड़ को देखते हुए रुद्राक्ष वितरण बंद कर दिया गया है। सीहोर जिले में हालात ये हैं कि स्टेशन से लेकर बस स्टैंड तक और कुबेरेश्वर धाम के आस-पास के क्षेत्र में पैर रखने तक की जगह नहीं है। वहीं, भोपाल-इंदौर हाईवे पर गुरुवार सुबह से ही कई किमी लंबा जाम लगा है। गुरुवार को देर रात करीब 15 किमी का जाम लगा रहा। जाम में बड़ी संख्या में कुबेरेश्वर धाम पहुंचने वाले श्रद्धालु शामिल थे।
नेपाल से आए रुद्राक्ष से बनाया शिवलिंग
यह दूसरा वर्ष है जब कुबेरेश्वर धाम पर भव्य आयोजन किया जा रहा है। करीब 50 लाख से अधिक रुद्राक्ष नेपाल से श्रद्धालुओं के लिए मंगवाए गए हैं। इनसे छह फीट ऊंचा शिवलिंग बनाया गया है। इन्हीं अभिमंत्रित रुद्राक्ष का वितरण कथा स्थल के पास बनाए गए 20 काउंटरों से सातों दिन तक 24 घंटे तक होना था। लेकिन अव्यवस्थाओं के चलते श्रद्धालुओं की भीड़ अनियंत्रित हो गई और बार-बार भगदड़ की स्थिति निर्मित हो रही है।