परिवार के मुखिया की मौत : पत्नी और बहन का कहना पुलिस वालों ने ले ली भाई की जान, पुलिस का कहना उस ने की आत्महत्या
⚫ मामले में दो पुलिसकर्मी निलंबित
⚫ पड़ोसी दंपत्ति की मौत के मामले में पूछताछ के लिए ले गई थी परिवार के मुखिया को पुलिस
⚫ विधायक ने की 50 लाख रुपए और सरकारी नौकरी की मांग
हरमुद्दा
डिंडोरी 24 फरवरी। पड़ोस की में एक दंपत्ति के शव मिले थे। पुलिस पड़ोसी से पूछताछ की। बाद में पुलिस घर के मुखिया को अपने साथ ले गई। जांच के दौरान उसे अपने साथ भी लाई घरवालों से भी मिला। फिर परिजनों को उसकी मौत की सूचना मिली। पत्नी और बहन का कहना है कि पुलिस वालों ने पति और भाई की जान ले ली। वहीं पुलिस का कहना है कि वह छुड़ा कर भाग गया था और उसने कनेर के बीच खा लिया। इससे उसकी मौत हो गई। फिलहाल मामले में पुलिस अधीक्षक ने दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। वहीं क्षेत्र के विधायक ने सरकार से मांग की है कि परिजन को 50 लाख रुपए और सरकारी नौकरी दी जाए।
यह घटना हुई विष्णु सैयाम के साथ। विष्णु सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के घानामार गांव का निवासी है। सप्ताह की शुरुआत में रविवार को एक दंपती छगना पारधी (55) और शांति बाई (50) का शव पुलिस को मिला। हत्या के संदेह में सोमवार को विष्णु सैयाम, उसकी पत्नी सेववती सैयाम, पड़ोसी रमला और नर्बद को पकड़कर थाने ले आई।
पुलिस वालों ने दौड़ाया भैया को
विष्णु की बहन लक्ष्मी बाई ने बताया कि दो पुलिसवाले भाई को लेकर आए थे। मैंने उनको घर की चाबी दी थी, तो वह बोले कि अपने भाई के लिए खाना ले आओ। मैं खाना लेने घर जा रही थी, तभी मैंने देखा कि भैया आगे-आगे दौड़ रहा था और पुलिसवाले उसका पीछा कर रहे थे। शाम को भाई की मौत की सूचना मिली। मेरे भाई को पुलिस वालों ने मार डाला।
मेहनत मजदूरी से कर रहे थे परिवार का पालन पोषण
पत्नी सेववति का कहना है कि मेहनत मजदूरी से परिवार का पालन पोषण कर रहे थे। पुलिस ने पति की जान ले ली। 4 बच्चे हैं। आरती (16) और गायत्री (11) हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। प्रीति 9 वर्ष और बेटा कृष्णा सैयाम 5 वर्ष का है। अब इनकी की परवरिश कैसे होगी यह चिंता सता रही है।
शासन की ओर से अंत्येष्टि के लिए तहसीलदार ने 5 हजार
मृतक की पत्नी सेववती बच्चों के साथ चिकित्सालय के गेट पर बैठ गई। परिजनों ने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई और पत्नी को शासकीय नौकरी दी जाने की मांग की। तहसीलदार ने शासन की तरफ से तत्काल अंत्येष्टि के लिए पांच हजार रुपए दिए। समझाइश के बाद परिजन शव को लेकर गांव के लिए रवाना हुए।
सरकार दे नौकरी और 50 लाख रुपए
भाजपा सरकार को मृतक की पत्नी को बच्चों के भरण पोषण के लिए सरकारी नौकरी और पचास लाख रुपए दिए जाने चाहिए।
⚫ ओमकार सिंह मरकाम, विधायक
कार्य में लापरवाही पर दो निलंबित
कार्य में लापरवाही के मद्देनजर एएसआई बाल मुकुंद चौरसिया और राजेश यादव को निलंबित कर दिया गया है।
⚫ संजय सिंह, पुलिस अधीक्षक, डिंडोरी