दर्दनाक हादसा : तालाब में जमी काई में पति, पत्नी साले और साली ने जान गवाई
⚫ कुछ माह पहले ही दांपत्य सूत्र में बंधे थे पति-पत्नी
⚫ होली उत्सव मनाने के लिए साले साले भी आए थे घर
⚫ कलेक्टर और एसपी भी पहुंचे मौके पर
हरमुद्दा
रतलाम, 8 मार्च। धुलेटी पर रतलाम के पास दर्दनाक हादसा घटित हो गया तालाब में जमी काई के चलते भाई बहन डूबे। उन्हें बचाने के लिए बड़ी बहन कूद गई और तीनों को बचाने के लिए पति भी कूद गया। मगर चारों बाहर नहीं निकल पाए। सूचना मिलते ही पुलिस और बचाव दल मौके पर पहुंचा। कार्रवाई शुरू की। चारों के शव को मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना ने मृतकों के परिजनों के लिए राहत राशि शासन से दिलाने की बात कही है। वही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शोक व्यक्त किया है।
बुधवार सुबह तकरीबन 11 बजे जानकारी मिली कि सैलाना रोड स्थित इसरथूनी में 4 लोग डूब गए। यह सूचना तत्काल पुलिस और प्रशासन को लगी। औद्योगिक क्षेत्र थाना प्रभारी राजेंद्र वर्मा सहित अन्य आला अफसर मौके पर पहुंचे। बचाव दल ने काफी मशक्कत के बाद 4 लोगों को निकाला। हादसे की सूचना मिलते ही कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी और पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी भी मौके पर पहुंच गए।
परिजनों को देंगे राहत राशि : ग्रामीण विधायक
ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना भी घटनास्थल पहुंचे। श्री मकवाना ने बताया कि मृतक सभी आदिवासी परिवार के हैं और मजदूरी करके जीवन यापन कर रहे थे। मृतक के परिवार को शासन की ओर से चार चार लाख रुपए आर्थिक सहायता एवं विधायक स्वेच्छानुदान मद से ₹10000 , 10000 प्रत्येक को दिए जाएंगे।
चारों को आता था तैरना भी
जानकारी मिली है कि कुछ माह पहले ही 23 वर्षीय व्यक्ति की 21 वर्षीय महिला से शादी हुई थी। होली की रस्म जल किनारे निर्वाह करने के लिए दंपत्ति उतरे थे। तभी पति का 12 वर्षीय साला और 10 साल की साली काई के कारण फिसल गए। आव देखा न ताव भाई बहन को तालाब में जाते देख बहन कूद गई। पत्नी और साले साली को बचाने के लिए पति ने भी छलांग लगाई लेकिन किसी को भी सफलता नहीं मिली। खास बात तो यह है कि सभी को तैरना भी आता था लेकिन काई इतनी अधिक थी कि वह बाहर नहीं निकल पाए और जान गवा दी।
यह है मृतक
जानकारी के अनुसार मृतकों में विनोद कटारा उम्र 23 पिता नग जी निवासी ईशरथूनी, श्रीमती रूपा उम्र 21 वर्ष पति विनोद कटारा निवासी ईशरथुनी, लखन उम्र 12 वर्ष पिता सुखराम देवदा निवासी डेलनपुर, किशोरी उम्र 10 वर्ष पिता सुखराम देवदा निवासी डेलनपुर है। चारों के शव एंबुलेंस की मदद से मेडिकल कॉलेज भेजे गए हैं।