मुद्दे की बात : मुख्यमंत्री शिवराज की सभा का बहिष्कार करें आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, पंचायत कर्मचारी और उनके परिवारजन : पूर्व महापौर पारस सकलेचा

⚫ रतलाम में आयोजन पर खर्च होगा 12 से 15 करोड़, पूरे प्रदेश में होंगे खर्च 250 करोड़ से ज्यादा खर्च

⚫ क्या 4.36 लाख महिला कर्मचारी नहीं है लाड़ली बहना

हरमुद्दा
रतलाम, 7 अप्रैल। जिले की आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, पंचायत ,  दैनिक वेतन भोगी, बदली कर्मचारी तथा उनके परिवार जन शिवराज जी की रतलाम यात्रा का बहिष्कार करे । कलेक्टर रतलाम द्वारा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका की मीटिंग लेकर  उन पर प्रशासनिक दबाव बनाकर मुख्यमंत्री की सभा के लिए दिशा निर्देश देना घोर आपत्तिजनक और अनुचित है।

पूर्व महापौर पारस सकलेचा

यह बात पूर्व महापौर और प्रदेश कांग्रेस महासचिव पारस सकलेचा ने कही। श्री सकलेचा ने कहा कि  परियोजना अधिकारी, पर्यवेक्षक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, 15 मार्च से अपनी मांगों के लिए हड़ताल पर थे। मुख्यमंत्री, जो इस  विभाग के मुखिया है उन्होंने संयुक्त मोर्चा से मिलने से इनकार कर दिया और प्रशासन ने दबाव डालकर 2 अप्रैल को हड़ताल स्थगित करवा दी।

उनको नहीं दे रहे उचित मानदेय और गीत गा रहे हैं लाड़ली बहना का

मुख्यमंत्री वोट के लिए लाड़ली बहना का गीत गा रहे लेकिन दूसरी ओर 2.3 लाख से अधिक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका को उनका उचित मानदेय नहीं दे रहे हैं । आशा कार्यकर्ता अपने मानदेय को लेकर पिछले 21 दिनो से प्रदेश व्यापी धरना पर है। उन्हें मात्र ₹2000 मानदेय प्रतिमाह दिया जा रहा है, जबकि अन्य राज्यों में 8000 से  15000 तक मानदेय मिल रहा है । 

आंदोलन को कुचलने और नौकरी से हटाने की दे रहे धौंस

मुख्यमंत्री उनके मानदेय को बढ़ाने की जगह उनके आंदोलन को कुचलने और नौकरी से हटाने की धौंस दे रहे हैं । 6 अप्रेल को आशा कार्यकर्ताओ ने ग्वालियर में कलेक्टर कार्यालय और सिन्धिया हाउस का घेराव कर  ‘शिवराज मामा होश में आओ’  ‘शिवराज की तानाशाही नहीं चलेगी नहीं चलेगी’ के नारे लगाए।

पोषण आहार में 15000 करोड़ का घोटाला

दूसरी ओर आंगनवाड़ी में पोषण आहार में माफिया द्वारा पिछले 7 वर्षों में किए गए। 15000 करोड़ के घोटाले को जांच से बचाने का काम शिवराज जी कर रहे है, क्योंकि यह विभाग मुख्यमंत्री शिवराज जी के पास है ।

नहीं मान रहे उनकी जायज मांग

23 हजार पंचायत सहायक सचिव 13 मार्च से काम बंद हड़ताल पर है ।  पिछले बारह साल से मात्र 9000 के अल्प वेतन पर काम कर रहे है। उनकी जायज मांग को भी नहीं माना जा रहा है। मुख्यमंत्री ने उनसे मिलने का समय देने से इंकार कर दिया। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रीतेश तिवारी को एक अप्रैल को नौकरी से निकालने का नोटिस दे दिया।

जीवन यापन इतना भी मानदेय नहीं

पूर्व महापौर सकलेचा ने कहा कि शिव “राज” में आंगनवाड़ी, आशा और पंचायत के सभी कर्मचारी परेशान है। जीवन यापन जितना मानदेय और वेतन तक नहीं मिल रहा है। शिवराज सरकार  उनकी मांगों का निराकरण करने के स्थान पर उनका शोषण कर रही है। लाड़ली बहना के आयोजन के नाम पर रतलाम में 12 से 15 करोड तथा कुल मिलाकर प्रदेश में 250 करोड़ से ज्यादा खर्च करने जा रही है । क्या 4.36 लाख के आसपास आंगनवाड़ी, आशा,  पंचायत तथा अन्य विभागो में कार्यरत स्थायी , अस्थायी और मानदेय महिला कर्मचारी लाड़ली बहना नहीं है। श्री सकलेचा ने सभी आंगनवाड़ी , आशा, और पंचायत के कर्मचारियों तथा उनके परिवारजनो से विनम्र अनुरोध किया मुख्यमंत्री शिवराज की सभा का बहिष्कार करें।

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