धर्म संस्कृति : जय-जयकार के बीच श्री रूचि प्रमोद पाश्र्वनाथ जिनालय के शिखर पर चढ़ाई ध्वजा
⚫ दसवां ध्वजारोहण वर्षगांठ महोत्सव
⚫ परमात्मा के बिना जीवन नहीं का भाव कल्याणकारी : आचार्यश्री कुलबोधी सूरीश्वरजी
हरमुद्दा
रतलाम, 26 अप्रैल। मंत्रोप्पचार और जय-जयकार के बीच शांति निकेतन कालोनी बुद्धेश्वर रोड रतलाम स्थित श्री रूचि प्रमोद पाश्र्वनाथ जिनालय पर घ्वजा चढाई गई। आचार्यश्री कुलबोधी सूरीश्वरजी की निश्रा में लाभार्थी चन्दकांता-फतेहलाल, रश्मि-संजय, श्रैयांशी-जिनेश एवं दक्ष कोठारी चन्दा मोटर्स नेक्सटाईल ट्रेडलिंक परिवार ने ध्वजारोहण किया। इससे पूर्व विधिकारक द्वारा पूजन विधि संपन्न कराई गई।आचार्यश्री ने इस मौके पर परमात्मा के प्रति “विदाउट यू नथिंग”, गुरू के प्रति “विथ यू समथिंग”और समाज के प्रति “टू गेदर एवरीथिंग” का भाव रखने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि एक तरफ पदार्थ और दूसरी तरफ परमात्मा है। इनमें से हमे परमात्मा को चुनना चाहिए, क्योंकि जीवन में जो संवेदनाएं पैदा होती है, वे परमात्मा से ही होती है। अर्जुन और सुदामा ने कृष्ण के बिना कुछ नहीं, हनुमान ने श्री राम के बिना कुछ नहीं और गौतम ने भगवान महावीर के बिना कुछ नहीं कहा और अजर-अमर हो गए। परमात्मा के बिना जीवन नहीं का यही भाव सदैव कल्याणकारी है। इसका सबकों अनुसरण करना चाहिए।
उत्साह के साथ शामिल हो गए समाजजन
श्री रूचि प्रमोद पाश्र्वनाथ जिनालय का दसवां ध्वजारोहण वर्षगांठ महोत्सव विभिन्न आयोजनों के साथ संपन्न हुआ। सुबह अठारह अभिषेक, सतर भेदी पूजा, हवन-पूजन, स्वामी वात्सल्य के बाद दोपहर में ऋषिमंडल पूजन किया गया। इस दौरान प्रभु पाश्र्व शान्तिनाथजी की आकर्षक अंगरचना की गई। भक्ति के आयोजन में समाजजन उत्साहपूर्वक शामिल हुए।
आचार्य श्री को ओढ़ाई गई कामली
महोत्सव में प्रभु पाश्र्व शान्तिनाथ जैन श्वेतांबर धार्मिक चेरीटेबल ट्रस्ट द्वारा आचार्यश्री को कामली ओढाई गई। इस दौरान ट्रस्ट मण्डल के अध्यक्ष फतेहलाल कोठारी, लाभार्थी परिवार के शीला-पंकज कुमार, किंन्जल -श्रीमान कुमार, कोठारी परिवार बाबूलाल कटकानी दीपक सपना पंकज समता कटकानी वैभव मितुल रचित कटकानी, दर्शना सिंह शैलेन्द्र सिंह अठाना, राखी रिकेश मेहता, राकेश-रानी मोदी, आशीष-आरती मुंदड़ा, राजेश- कमलेश बाथम, रिंकू- राखी मेहता, विशाल गादीया, प्रद्युम्न- टीना मजावदिया, राजेश-लीना पिल्ले, सिद्धार्थ-दीपिका जैन सहित ट्रस्टीगण अजय सिसौदिया राजेन्द्र धारीवाल प्रमोद लोढा धन्नालाल गुगलिया विजय तलेरा और मंयक जाट मौजूद रहे।