खास मुलाकात : बगैर शिक्षा दीक्षा से गायन के क्षेत्र में पारंगत होती गई अनीता पंडित
⚫ रक्षाबंधन पर अचानक से आकर मुंह बोले भाई अजीत जैन की त्यौहार की दुगुनी कर दी खुशियां
⚫ बेंड के साथ में पैदल घूम कर भी काफी गाए गाने
⚫ अब देश विदेश में देती है प्रस्तुतियां गायन की, रतलाम में देगी निशुल्क प्रस्तुति
हरमुद्दा के लिए राकेश पोरवाल
रतलाम, 31 अगस्त। पिता स्वर्गीय बागी भाई हरिलाल पंडित अनीता को गायन के क्षेत्र में बहुत आगे लेकर जाना चाहते थे। मूल रूप से गुजरात के नडियाद निवासी अनीता पंडित का बचपन अभाव में गुजरा। बचपन से ही वह विभिन्न स्थानों पर गायन के लिए ले जाते थे। अनीता पंडित ने बेंड के साथ में पैदल पैदल घूम कर भी काफी गए गाने गए व मेहनत की। धीरे-धीरे बगैर शिक्षा के वह इसमें पारंगत होती गई। अनीता को गजल, गीत, शास्त्रीय व गरबा गीत गाने में महारत हासिल है।
देश तथा विदेश में गायन के अनेकों कार्यक्रम देने वाली सोनी टीवी चैनल के एक्स फैक्टर सहित विभिन्न टीवी शो में प्रस्तुतियां देने वाली अनीता पंडित ने रतलाम के बड़ी शीतला माता निवासी मुंह बोले भाई अजीत जैन को रक्षाबंधन पर अचानक से आकर त्यौहार की खुशियां दुगुनी कर दी। इस अवसर पर नागरिकों के लिए निशुल्क प्रस्तुति देने का भी वादा कर दिया।
उन्होंने इंडियन आइडल सारेगामा , सोनी एक्स फैक्टर सहित विभिन्न सीरियलों में काम किया अनीता अभी तक विदेश में 300 से अधिक शो तथा देश में 2000 से अधिक शो कर चुकी है।
…और शुरू हुआ भाई बहनों का रिश्ता
वर्ष 2016 में मुम्बई में सोनी एक्स फैक्टर के कार्यक्रम में अनीता की पहचान रतलाम के अजीत जैन से हुई तथा वहीं से दोनों के भाई-बहन का रिश्ता शुरू हुआ इस साल रक्षाबंधन पर बहन अनीता पंडित अचानक से अजीत के यहां पहुंच गई तथा राखी बांधी।
1 सितंबर को सजन प्रभा सभागार में होगा आयोजन
इस अवसर पर अजीत ने अनीता से शहर के नागरिकों के लिए गायन का एक शो करने का आग्रह किया जिसे अनीता ने स्वीकार कर लिया 1 सितंबर शुक्रवार शाम 7:30 बजे सजन प्रभा सभागार रोटरी हॉल के पास प्रसिद्ध गायिका अनीता पंडित सजदा सिस्टर का निशुल्क कार्यक्रम सांस्कृतिक संस्था अनुनाद आयोजित करेगी ।
विसंगति है कि अच्छे कलाकार को नहीं मिल पाए वोट
चर्चा के दौरान अनीता ने बताया कि कलाकार को अपनी खुद मेहनत करके अपना करियर संवारना चाहिए वर्तमान प्रतिस्पर्धा के दौर में कई बार अच्छे कलाकारों को भी टीवी शो में वोट नहीं मिल पाते हैं, यह विसंगति है किंतु कलाकार को अपने प्रतिभा परिचय के लिए दूसरे माध्यमों का भी उपयोग करना चाहिए।