जांच में हो गए फेल : जनप्रतिनिधि बनने की तमन्ना करने वाले कई उम्मीदवार नामांकन पत्र भरने में ही हो गए फेल
⚫ नामांकन पत्रों की स्क्रुटनी में आए परिणाम
⚫ 7 नामांकन पत्र नहीं भरे गए नियम अनुसार
⚫ 54 उम्मीदवारों ने भरे हैं 68 नामांकन पत्र
⚫ अब 47 उम्मीदवार के हैं नामांकन पत्र
⚫ आलोट में एक भी नामांकन पत्र नहीं हुआ निरस्त
हरमुद्दा
रतलाम, 31 अक्टूबर। चुनाव लड़ने और विधानसभा में बैठने की तमन्ना में चोपन उम्मीदवारों ने 54 उम्मीदवारों ने 68 नामांकन पत्र दाखिल करवाए है। खास बात यह रही की उम्मीदवार नामांकन पत्र भरने में ही फेल हो गए। इस तरह नामांकन पत्रों की जांच में 7 उम्मीदवारों के आवेदन पत्र उम्मीदवारी की दौड़ से बाहर हो गए हैं। अब 47 उम्मीदवार क्या आवेदन पत्र शेष हैं। नाम वापसी की तारीख 2 नवंबर है उसके बाद तय होगा कि चुनाव मैदान में कितने प्रत्याशी रहेंगे।
एडीएम एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी डॉक्टर शालिनी श्रीवास्तव ने हरमुद्दा बताया कि रतलाम जिले में पांचो विधानसभा क्षेत्रों में 31 अक्टूबर को उम्मीदवारों के नाम निर्देशन पत्रों की जांच की गई। इस दौरान कुल 7 उम्मीदवारों के नाम निर्देशन पत्र निरस्त किए गए। अब जिले में 47 उम्मीदवार शेष रहे हैं।
रतलाम विधानसभा क्षेत्र से दो नामांकन पत्र निरस्त
रतलाम शहर में मनोहर पोरवाल तथा दिनेश कटारिया के नाम निर्देशन पत्र निरस्त हुए।
रतलाम ग्रामीण विधानसभा में दो नामांकन पत्र निरस्त
रतलाम ग्रामीण में धन्नालाल डामर और किशन सिंगाड़ के नाम निर्देशन पत्र निरस्त हुए।
सैलाना विधानसभा में दो नामांकन पत्र निरस्त
सैलाना में विजय चारेल और हनी गहलोत के नाम निर्देशन पत्र निरस्त हुए।
जावरा विधानसभा में एक नामांकन पत्र निरस्त
जावरा विधानसभा क्षेत्र में में हिम्मत श्रीमाल का नाम निर्देशन पत्र निरस्त हुआ।
आलोट विधानसभा में नहीं हुआ एक भी नामांकन पत्र निरस्त
नाम निर्देशन पत्रों की संवीक्षा में आलोट विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में किसी भी उम्मीदवार का नाम निर्देशन पत्र निरस्त नहीं हुआ।