मुख्यमंत्री मोहन यादव का मंत्रिमंडल : 28 विधायकों को मिली जगह, रतलाम से चैतन्य काश्यप बने कैबिनेट मंत्री, सभी गुट को साधने की कोशिश, पुराने चेहरे भी शामिल

राज्यपाल ने दिलाई सभी को शपथ

अटकलें पर लगा विराम, अब सौंपेंगे काम

18 कैबिनेट मंत्री

8 राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार

4 राज्य मंत्री

हरमुद्दा
भोपाल, 25 दिसंबर। मुख्यमंत्री द्वारा शपथ लेने के 12 दिन बाद आखिरकार प्रदेश के दिग्गजों सहित अन्य नेताओं की चिंताएं खत्म हो गई। मध्यप्रदेश में कैबिनेट का विस्तार हो गया है। 18 कैबिनेट मंत्री, 6 राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार ) और चार राज्य मंत्रियों ने शपथ ली है। मंत्रिमंडल में पुराने और नए चेहरों को शामिल किया गया है।

रतलाम शहर विधायक की चैतन्य काश्यप कैबिनेट मंत्री की शपथ लेते हुए

राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने ने सभी विधायकों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। सोमवार सुबह सीएम ने राज्यपाल से मुलाकात कर मंत्री बनने वाले विधायकों की लिस्ट सौंपी थी। कार्यक्रम में बीजेपी के कई सीनियर नेता मौजूद थे। पार्टी हाई कमान ने शपथ ग्रहण में सभी मौजूदा विधायकों को उपस्थिति रहने को कहा था।

कैबिनेट मंत्री
सबसे पहले कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद सिंह पटेल, राकेश सिंह, करण सिंह वर्मा, उदय प्रताप सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली। दूसरी बार में कुंवर विजय शाह, तुलसीराम सिलावट, एंदल सिंह कंसाना, निर्मला भूरिया, गोविंद सिंह राजपूत, विश्वास सारंग ने कैबिनट मंत्री की शपथ ली। नारायण सिंह कुशवाह, नागर सिंह चौहान, चैतन्य कश्यप, इंदर सिंह परमार, राकेश शुक्ला, प्रद्युम्न सिंह तोमर ने शपथ ली।

राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार )

राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में कृष्णा गौर, धर्मेंद्र लोधी, दिलीप जायसवाल, गौतम टेटवाल, लेखन पटेल और नारायण पवार ने शपथ ली। कृष्णा गौर गोविंदपुरा विधानसभा सीट से विधायक हैं। वहीं, पूर्व सीएम बाबूलाल गौर की की बहू हैं। कृष्णा गौर पहली बार मंत्री बनी हैं। वह गोविंदपुरा से दूसरी बार विधायक बनी हैं।

राज्यमंत्री

राज्य मंत्री के रुप में राधा सिंह, प्रतिमा बागरी, दिलीप अहिरवार और नरेन्द्र शिवाजी पटेल को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। 28 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई। ऐसे में एक साथ कई मंत्रियों को शपथ दिलाई गई है। मंत्री बनने वाले सभी विधायकों को सीएम और राज्यपाल ने बधाई और शुभकामनाएं दीं।

सभी गुटों को साधने की कोशिश

मंत्रिमंडल विस्तार में सभी गुटों को साधने की कोशिश की गई है। दिल्ली से फाइनल हुए नामों में सिंधिया खेमे के तीन विधायकों को मंत्री बनाया गया है। सिंधिया खेमे के उन्हीं विधायकों को मंत्री बनाया जाएगा जो शिवराज सिंह चौहान की कैबिनेट में मंत्री थे।

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