साहित्य सरोकार : साहित्यकार रेणु अग्रवाल को मिला “स्वागतिका” साहित्य सम्मान एवं पुस्तक का हुआ विमोचन
⚫ बहु भाषा-भाषी कवि सम्मेलन एवं 32 वां वार्षिकोत्सव
⚫ उर्दू, ओड़िया सहित कई भाषाओं में कवियों ने किया काव्य पाठ
⚫ विभिन्न भाषा के कवियों, अन्यान्य क्षेत्रों में विशेष कार्य करने वालों का किया सम्मान
⚫ रेनू अग्रवाल के भोजपुरी गीत संग्रह “महुआ महकेला” एवं हिंदी काव्य संग्रह “रेगिस्तान में नागफनी” का विमोचन
हरमुद्दा
कटक, 25 दिसंबर। स्थानीय रामचंद्र भवन में स्वागतिका साहित्य संस्था द्वारा बहु भाषा -भाषी कवि सम्मेलन एवं 32 वां वार्षिकोत्सव हुआ। आयोजन में बरपाली निवासी साहित्यकार रेणु अग्रवाल को भोजपुरी भाषा के लिए ‘स्वागतिका साहित्य सम्मान’ से सम्मानित किया गया। समारोह दो चरणों में संपन्न हुआ। पहले चरण में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। समारोह के द्वितीय चरण में पुस्तक विमोचन व विभिन्न भाषा के कवियों, अन्यान्य क्षेत्रों में विशेष कार्य करने वालों का सम्मान किया गया।
प्रथम चरण में बहु भाषा -भाषी कवि सम्मेलन का उद्घाटन सुविख्यात कवि अमरेश पटनायक ने किया । संस्थान के संस्थापक प्रतिष्ठाता एडवोकेट बरदा प्रसन्न पटनायक ने आगंतुक प्रबुद्ध जनों का स्वागत किया । उर्दू, ओड़िया सहित कई भाषाओं में कवियों ने काव्य पाठ किया। श्रीमती अग्रवाल ने अपने प्रकाशित भोजपुरी गीत संग्रह ‘महुआ महकेला’ से समसामयिक मँहगाई पर भोजपुरी गीत प्रस्तुत किया।
विभिन्न भाषा के कवियों, अन्यान्य क्षेत्रों में विशेष कार्य करने वालों का किया सम्मान
समारोह का उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रोफेसर डॉ. सुभाषिनी लेंका, मुख्य वक्ता डॉ. सत्य राय, सभापति डॉ. अनंत सूर्यनारायण नायडू, कार्यकारी सभापति श्री चक्रधर दास की उपस्थिति में प्रोफेसर डॉ. महेश्वर माहंती ने किया।
इस चरण में श्रीमती अग्रवाल को “स्वागतिका” साहित्य सम्मान से सम्मानित किया गया तथा उनकी नव प्रकाशित पुस्तकों ‘महुआ महकेला (भोजपुरी गीत संग्रह) एवं हिंदी काव्य संग्रह ‘रेगिस्तान में नागफनी’ का विमोचन किया गया।
एक परिचय साहित्यकार रेणु अग्रवाल का
श्रीमती रेणु अग्रवाल गोरखपुर उत्तर प्रदेश में जन्मी तथा इनकी शिक्षा दीक्षा वहीं हुई। रेणु साहित्य में एम ए के साथ बीएड हैं। तकनीकी शिक्षा के अंतर्गत लखनऊ प्रोद्योगिक केन्द्र उत्तर प्रदेश से गोरखपुर के राजकीय महिला पॉलीटेक्निक से द्विवर्षीय पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन कंप्यूटर एप्लीकेशन में शिक्षित हैं। बरगढ़ जिले के बरपाली तहसील के गौरक्षक एवं सुप्रसिद्ध व्यापारी श्री जयप्रकाश अग्रवाल की धर्मपत्नी हैं। रेणु जी इसके पूर्व भी कई साहित्यिक संस्थाओं से सम्मानित हो चुकी हैं जैसे- उत्कल मेल से ‘काव्य सुचरिता सम्मान’ व राष्ट्रीय हिंदी मंच द्वारा ‘ राष्ट्रीय हिंदी गौरव सम्मान’ व बीकेए यूथ एंड पीस एशोसिएसन द्वारा भारतीय कौशल अवार्ड 2022 तथा छत्तीसगढ़ से प्रकाशित होने वाले सुप्रसिद्ध समाचार पत्र नवीन कदम के वार्षिक साहित्य सम्मान ‘ज्ञानपीठ सम्मान 2022’ निर्दलीय प्रकाशन द्वारा वैश्विक साहित्य सम्मान इत्यादि।
स्कूली शिक्षा से लेखन की शुरुआत
रेणु जी ने स्कूली शिक्षा के दिनों से कविता, कहानी, निबंध आदि लिखने की शुरुआत कर दी थी । प्रारंभ में इन्होने गीत, गजल, मुक्तक एवं संस्मरण खूब लिखे। बाबा नागार्जुन की रचनाओं से प्रेरित होकर आधुनिक कविताएं लिखना शुरू किया। इनकी रचनाओं प्रकृति सौंदर्य, स्त्री विवेचना, आम जनता का दुख दर्द बिंबों के माध्यम से मुखरित होकर पाठक के मन मस्तिष्क पर अमिट छाप छोड़ते हैं। ये भोजपुरी गीत लेखन में सक्रिय हैं तथा कई मंचों पर काव्य पाठ कर समय-समय पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराती रही हैं। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में इनकी रचनाएं छपती रही हैं।
पहली कविता संकलन 2022 में प्रकाशित
वर्ष 2022 में इनका पहला कविता संकलन ‘एक और राधा’ प्रकाशित हुआ, जो काफी चर्चित रहा। विगत कई माह से फेसबुक पर भी ये सक्रिय हैं। इसके अतिरिक्त बिहार चंपारन से प्रकाशित लोकचिंतन मासिक समाचार पत्रिका में उड़ीसा राज्य की ब्यूरो प्रमुख के रूप में भी जुड़ी हुई हैं। संस्कार इंटरनेशनल स्कूल बरगढ़ में हिंदी विभागाध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं। रेणु जी के सम्मान से शुभचिंतकों ने बधाई दी।