धर्म संस्कृति : श्रीमद्भागवत गीता एवं तुलसी ज्ञान परीक्षा में मिस्बाह खान एवं मेहरून निशा खान रही प्रथम चरण की विजेता
⚫ जिला स्तरीय विद्यालयीन ऑनलाइन श्रीमद्भागवत गीता एवं तुलसी ज्ञान परीक्षा में 1800 से अधिक विधार्थी शामिल
⚫ आदित्य प्रथम,तृप्ति द्वितीय और सानवी ने जीता तृतीय पुरुस्कार
⚫ मांगल्य मन्दिर में तुलसी पूजन के साथ पुरुस्कार वितरण
हरमुद्दा
रतलाम, 26 दिसम्बर। श्रीमद्भागवत गीता जयंती एवं तुलसी पूजन दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित विद्यालयीन स्तर पर ऑनलाइन श्रीमद्भागवत गीता एवं तुलसी ज्ञान परीक्षा में रतलाम जिले के 35 से अधिक विद्यालयों के लगभग 1800 विद्यार्थियो ने इस परीक्षा में भाग लिया। जिला स्तरीय परीक्षा में प्रथम साई इंटरनेशनल एकेडमी के आदित्य उपाध्याय, द्वितीय समता इंटरनेशनल की तृप्ति करनानी एवं तृतीय हिमालया इंटरनेशनल की सानवी कपूर रही। प्रथम चरण परीक्षा में पैराडाइज कान्वेंट स्कूल में प्रथम मिस्बाह खान एवं गुजराती समाज स्कूल की मेहरून निशा खान ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया।
सभी धर्मो के विद्यार्थी जुड़े
आयोजक युवा सेवा संघ अध्यक्ष रुपेश सालवी ने बताया श्रीमद् भागवत गीता तुलसी ज्ञान परीक्षा में सभी धर्मो के विद्यार्थियों ने बड़े उत्साह से भाग लिया। नई पीढ़ी को सनातन संस्कृति और पवित्र ग्रन्थ परम्परा के ज्ञान से जोड़ने के उद्देश्य से आयोजित परीक्षा का पुरुस्कार वितरण समारोह 25 दिसंबर तुलसी पूजन दिवस पर मांगल्य मन्दिर परिसर में रखा गया।
अतिथिगण ने किया उत्साहवर्धन
समारोह के अतिथिगण अंतरराष्ट्रीय भागवताचार्य आचार्य सत्यव्रत शास्त्री, संस्थापक वैदिक जागृति ज्ञान विज्ञान पीठ आचार्य महर्षि संजय शिवांनंद सरस्वती, संस्थापक मानस धाम पंडित चेतन शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार एवं संपादक दैनिक भास्कर रमेश राजपूत एवं सह संपादक दैनिक भास्कर योगेश शर्मा रहे। जिन्होंने चयनित विधार्थियों को पुरुस्कृत कर प्रेरक उद्बोधन से उत्साहवर्धन किया। मांगल्य मन्दिर प्रबंधन के सुदामा मिश्रा एवं महावीर भाई आदि ने स्वागत किया।
तुलसी जी का किया पूजन
श्री सालवी ने बताया प्रथम चरण परीक्षा 22 दिसंबर गीता जयंती पर्व पर जबकि द्वितीय चरण में परीक्षा 24 दिसंबर रखी गई। प्रथम चरण की परीक्षा में मेधावी विद्यार्थियो का चयन किया गया। द्वितीय चरण की परीक्षा में जिले के 35से अधिक विद्यालयों के प्रथम चरण के चयनित मेधावी विद्यार्थियों को शामिल किया गया।इस मौके पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विधि विधान से तुलसी जी का पूजन करते हुए इसका आध्यात्मिक और स्वास्थ्य के लिए वैज्ञानिक महत्व बताया गया। विधार्थियों ने नाटिका,नृत्य आदि सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से श्रीमद् भगवत गीता, तुलसीजी और संतो की महिमा बताई। संचालन रविन्द्र सिंह जादौन ने किया। योग वेदांत सेवा समिति अध्यक्ष प्रेम प्रकाश बाथव ने आभार माना।