मासूम के साथ ऐसा : पत्नी से झगड़ा कर बेटी को फेंक दिया नदी में पिता ने, नदी जहां पर रहते हैं बहुत मगरमच्छ
⚫ अपहरण के बाद बढ़ाई हत्या की भी धाराएं
⚫ पिता ने बोला बेटी नहीं थी उसकी
⚫ पत्नी देती थी धमकी चली जाऊंगी छोड़कर
⚫ एसडीआरएफ की टीम कर रही तलाश
हरमुद्दा
मंदसौर, 24 जनवरी। जिले के भानपुरा थाने के गांव कोटड़ी कैंट निवासी एक पति अपनी पत्नी के चरित्र पर शंक करता था। जिसके चलते वह 4 साल की मासूम को अपनी बेटी नहीं मानता था। इसलिए सनकी पति ने मासूम को चंबल नदी में फेंक दिया। गोताखोरों की टीम के साथ बच्ची का शव ढूढ़ती रही लेकिन शाम तक शव नहीं मिला। बुधवार को फिर से गोताखोरों की टीम बच्ची के शव को ढ़ूंढ़ रही।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार भानपुरा थाने के ग्राम कोटड़ी टैंक के रहने वाला रघुनंदन मीणा अक्सर अपनी पत्नी सोहन मीणा से विवाद करता हैं। इसलिए पत्नी उसे छोड़कर जाने की धमकी देती है। सोमवार को भी दोनों के बीच विवाद हुआ। जिसके बाद रघुनंदन सबसे छोटी 4 साल की बेटी चेतना को साथ लेकर चला गया और उसे चंबल नदी में फेंक दिया।
पति वापस लौटा तो था अकेला
मंगलवार सुबह जब पति वापस घर लौटा तो वह अकेला था। उसके साथ छोटी बेटी चेतना नहीं थी। पत्नी ने बेटी के बारे में पूछा तो उसने ठीक से जवाब नहीं दिया। पत्नी के बार-बार पूछने पर भी कुछ नहीं बोला। पत्नी ने ग्रामीणों के जरिए पुलिस तक सूचना पहुंचाई। भानपुरा थाने से पुलिसकर्मी गांव पहुंचे और पति रघुनंदन से पूछताछ की। पूछताछ करने से वह आनाकानी कर रहा था। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि बेटी को गांधीसागर बांध की डाउन स्ट्रीम में चंबल नदी में फेंक दिया। जानकारों का कहना है कि इस जगह पर मगरमच्छ भी बहुत रहते हैं।
आरोपी को किया गिरफ्तार
पति के कबूलनामे के बाद एसडीआरएफ की टीम को मंदसौर से बुलाया गया। टीम के साथ आए गोताखोरों ने बांध के पास पुलिया के आसपास बच्ची की खोजना शुरू किया, लेकिन देर शाम बच्ची का पता नहीं चला। पुलिस ने पत्नी की शिकायत पर आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया। पति ने पुलिस को बताया कि सबसे छोटी बेटी उसकी नहीं किसी और की है। एसडीआरएफ की टीम को बुलाकर बच्ची को ढूंढने का प्रयास किया जा रहा है।