देश के प्रसिद्ध साहित्यकार भाषाविद डॉक्टर जयकुमार जलज पंचतत्व में विलीन
⚫ दोनों बेटियों ने दी मुखाग्नि
⚫ शहर के गणमान्य जनों ने मौजूद रहकर दी श्रद्धांजलि
हरमुद्दा
रतलाम, 15 फरवरी। देश के प्रसिद्ध साहित्यकार भाषाविद डॉक्टर जयकुमार जलज को उनकी दोनों बेटियों ने कंधा देकर अंतिम विदाई दी। मुक्तिधाम में श्रद्धा और स्मिता ने मुखाग्नि दी। शहर के शिक्षाविद, साहित्यकार, समाजसेवी, रंगकर्मी सहित गणमान्य जनों ने श्रद्धांजलि दी।
गुरुवार को शाम को इंदिरा नगर स्थित निवास से डॉ. जलज की अंतिम यात्रा निकाली गई। मुक्तिधाम पर दोनों बेटियां श्रद्धा और स्मिता, दोनों जमाई पैथोलॉजिस्ट डॉ. पदम् घाटे और निर्मल हुम्बड़ (जैन), भानेज निखिल जैन ने परिक्रमा करने के पश्चात डॉ. जलज को मुखाग्नि दी। ज्ञातव्य है कि 15 दिसंबर को डॉक्टर जलज जी की धर्मपत्नी श्रीमती प्रीति जलज का अंतिम संस्कार हुआ था। डॉ. जलज जी का अंतिम संस्कार भी 15 तारीख को ही हुआ
गणमान्यजनों ने दी श्रद्धांजलि
जवाहर नगर मुक्तिधाम पर साहित्यकार डॉ. मुरलीधर चांदनीवाला, डॉक्टर अभय पाठक, समाजसेवी मांगीलाल जैन, सुभाष जैन, हिम्मत गेलड़ा, अशोक तातेड़, हरिकृष्ण बड़ोदिया, गुस्ताद अंकलेसरिया, डॉक्टर मुनींद्र दुबे, युसूफ जावेदी, गोपाल काकानी, कारुलाल जमड़ा, डॉक्टर अभी मेहरा, डॉक्टर अरुण पुरोहित, डॉ जयंत सूबेदार, अश्विनी शर्मा, विष्णु बैरागी, केदार अग्रवाल, प्रोफेसर रतन चौहान, रणजीत सिंह राठौर, मोहन परमार, जितेंद्र जोशी, रंगकर्मी ओमप्रकाश मिश्रा, आशीष दशोत्तर, सिद्दीक रतलामी, कीर्ति शर्मा, आई एल पुरोहित, नीलेश शुक्ला, शैलेंद्र शर्मा, डॉ. संजय वाते, राजेंद्र चतुर्वेदी, नरेंद्र सिंह पवार, उद्योगपति मुकेश जैन, सुशील छाजेड़, अक्षय छाजेड़, हेमन्त भट्ट सहित गणमान्य जनों ने श्रद्धांजलि दी।
उठावना शनिवार को
दिवंगत डॉ. जलज का उठावना 17 फरवरी शनिवार को सुबह 9 बजे आईएमए हाल राजेंद्र नगर पर होगा।