सामाजिक सरोकार : सूचना के सही उपयोग से मिलेगी समाज को दिशा
⚫ प्रो. संजय द्विवेदी ने कहा
⚫ ‘मानसिक स्वास्थ्य एवं जीवन कौशल कार्यशाला’ का हुआ आयोजन
⚫ पीयर एजुकेटर्स प्रशिक्षण में सहभागी रहे विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र किए वितरित
हरमुद्दा
झाँसी, 16 फरवरी। जानकारी का सही उपयोग करके ही समाज को दिशा दी जा सकता है। आज के समय में सूचनाएं बहुत ही तेजी से बढ़ती जा रहीं हैं लेकिन वह हमारे लिए उपयोगी है या नहीं इसकी जानकारी होनी जरूरी है। सूचना ही नहीं, ज्ञान भी बहुत जरुरी है। ज्ञान और विश्लेषण के आधार पर हम सही निष्कर्ष तक पहुँच सकते हैं।
यह विचार भारतीय जनसंचार संस्थान, नई दिल्ली के पूर्व महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने व्यक्त किए। प्रोफेसर द्विवेदी राज्य परिवार नियोजन सेवा अभिनवीकरण परियोजना एजेंसी (सिफ्सा) बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय, झाँसी ईकाई द्वारा 19वें मानसिक स्वास्थ्य एवं जीवन कौशल कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद थे। इस अवसर पर पीयर एजुकेटर्स प्रशिक्षण में सहभागी रहे विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए।
मानसिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी नियमित दिनचर्या : प्रोफेसर तिवारी
कला संकाय अधिष्ठाता(डीन) प्रो. मुन्ना तिवारी ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य का हमारे विकास में बहुत ही अधिक है।मानसिक रूप से परेशान रहेंगे तो दूसरों के लिए भी समस्या बनते रहेंगे। मानसिक स्वास्थ्य के लिए एक नियमित दिनचर्या बहुत जरूरी है। बिना नियमित दिनचर्या के हम किसी काम को किसी समय करेंगे और जीवन अस्त-व्यस्त हो जाएगा।आज के समय में आपाधापी इतनी अधिक हो गयी है कि हमारे पास अपने लिए ही समय नहीं होता है । यह बहुत जरूरी है कि हम खुद के लिए थोडा समय निकालें।
मानसिक स्वास्थ्य के लिए जागरूक करने का किया जा रहा है प्रयास : डॉ पांडेय
सिफ्सा नोडल अधिकारी डॉ. श्वेता पाण्डेय ने बताया कि सिफ्सा बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय झाँसी ने मानसिक स्वास्थ्य एवं जीवन कौशल के लिए आज 19वें संवेदीकरण शिविर का आयोजन किय। विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के साथ ही साथ ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को भी मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है।
यह थे मौजूद
इस अवसर पर डॉ. उमेश कुमार, डॉ. कौशल त्रिपाठी, गजेन्द्र सिंह एवं पीयर एजुकेटर्स अलादीन, कोमल, नगमा, निकेता, रौनक सहित अन्य उपस्थित थे।