जिंदगी है कहां : पत्नी ने दी आत्महत्या की धमकी और डिप्टी रेंजर पति झूल गया फंदे पर
⚫ पति-पत्नी दोनों है वन विभाग में
⚫ दोनों की पोस्टिंग है अलग-अलग जगह
⚫ दो बच्चे भी हैं
⚫ वनपाल से डिप्टी रेंजर के पद तक पहुंच पति
हरमुद्दा
बुरहानपुर, 18 अप्रैल। पति-पत्नी दोनों की वन विभाग में सर्विस है मगर दोनों अलग-अलग जगह कार्यरत थे। दोनों जिंदगी की तलाश कर रहे थे। दोनों साथ रहना चाहते थे। पत्नी ने पति को धमकी दी कि फांसी पर लटक जाऊंगी। यह बात लगता है पति को ना गवार गुजरी और वह स्वयं फंदे पर लटक गया। सुबह जब लोगों ने खिड़की से देखा तो सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची।
यह घटना हुई जिले से लगभग 40 किलोमीटर दूर नेपानगर थाना क्षेत्र के ग्राम नवरा में। फॉरेस्ट विभाग के रेंजर दिनेश नावड़े ग्राम नवरा में रेंजर के पद पर पदस्थ थे। देर रात को नवरा हिवरा में स्थित अपने रेंज ऑफिस में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। दूसरे दिन गुरुवार को इसकी जानकारी सामने आई है।
सूचना मिलते पुलिस और अधिकारी पहुंचे मौके पर
जैसे ही यह सूचना वन विभाग के सीनियर अधिकारियों को लगी। सभी मौके पर पहुंच गए। इसके साथ ही पुलिस को मामले की जानकारी दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेने के साथ ही जांच शुरू कर दी है। घटना का पता चलते ही रेंजर कार्यालय के सामने लोगों की भीड़ लग गई।
पत्नी है वनरक्षक
जानकारी मिली है कि डिप्टी रेंजर की पत्नी बेबी नावडे भी वन विभाग में वनरक्षक के पद पर कार्य रत है, लेकिन वह बैतूल के चिचोली में पदस्थ है। जानकारी मिली है कि बुधवार की रात को दोनों में विवाद भी हुआ और पत्नी ने व्हाट्सएप पर मैसेज किया था कि मैं आत्महत्या कर लूंगी। लगता है पत्नी का यह संदेश पति को अच्छा नहीं लगा और उसने जीवन लीला समाप्त कर ली। ज्ञातव्य है कि नवाडे वन विभाग में वनपाल के पद पर पदस्थ हुए थे और धीरे-धीरे उनका डिप्टी रेंजर के पद पर प्रमोशन हुआ।
पत्नी से विवाद के बाद दे दी जान
नेपानगर थाना प्रभारी ज्ञानू जायसवाल के अनुसार डिप्टी रेंजर का बुधवार रात उनकी पत्नी बेबी नावड़े से फोन पर विवाद हुआ था। डिप्टी रेंजर के वाट्सएप से पुलिस को उनकी पत्नी का आत्महत्या करने संबंधी धमकी भरा संदेश मिला है। जिसके चलते पुलिस मान रही है कि पत्नी से विवाद के बाद गुस्से में दिनेश नावड़े ने फांसी लगा कर जान दे दी। दिनेश दो साल पहले नावरा में पदस्थ हुए थे। इससे पहले धूलकोट क्षेत्र में नाकेदार के रूप में सेवाएं दे रहे थे।
एक बेटा और एक बेटी है नावडे के
दिनेश मूलत: बैतूल जिले के चिचोली गांव का ही हैं। उनकी पत्नी बेबी भी वन विभाग बैतूल में बतौर वन रक्षक के पद पर पदस्थ हैं। विभागीय कर्मचारियों के मुताबिक काफी समय से उनका अपनी पत्नी से मनमुटाव चल रहा था। उनके दो बच्चे हैं। इनमें एक 12 साल का बेटा और छह साल की बेटी है। डिप्टी रेंजर नेपानगर में अकेले रहते थे।