किसान द्वारा आत्महत्या : नाश्ता करने के बाद राइफल से मारी गोली, चेहरा चीरते हुए गोली पहुंची सीलिंग में
⚫ आवाज सुनते ही घर के लोग दौड़े
⚫ कमरे में देखा तो चारों ओर था खून ही खून
⚫ चीख पुकार सुनकर आस पड़ोस के लोग भी आए
⚫ नब्ज टटोलते ही चिकित्सकों ने किया मृत घोषित
⚫ पुलिस जुटी आत्महत्या के कारणों की जांच में
हरमुद्दा
ग्वालियर, 17 जून। बहोड़ापुर इलाके में रहने वाले किसान ने लाइसेंसी बंदूक से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या की वजह स्पष्ट नहीं है, क्योंकि अभी स्वजनों से भी बात नहीं हो सकी है। किसान ने आत्महत्या करने से कुछ देर पहले ही नाश्ता किया था। फिर अचानक गोली मार ली। पुलिस ने बंदूक जब्त कर ली है। तत्काल अस्पताल लेकर जहां पर चिकित्सकों ने नब्ज टटोली और मृत घोषित कर दिया। मृतक के शव को पोस्टमार्टम हाउस भिजवा दिया है। पुलिस ने मोबाइल भी जब्त किया है। जिससे यह पता लग सके कि उसने किस-किससे फोन पर बात की। पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है।
मूल रूप से दतिया के भांडेर स्थित सालौन के रहने वाले ब्रिजेंद्र सिंह पुत्र रामस्वरूप राजपूत उम्र 44 साल किसान थे। उनका बेटा नीट की तैयारी कर रहा है। बेटे को पढ़ाने के लिए वह उसे ग्वालियर लेकर आए। वह ग्वालियर के बहोड़ापुर स्थित सूर्यनगर में किराये से रह रहे थे। यहां पत्नी और बेटा रहता था। ब्रिजेंद्र सुबह जागे और इसके बाद नाश्ता किया। पत्नी और बेटे दूसरे कमरे में थे, जबकि वह अलग कमरे में थे। सुबह करीब 9 बजे उन्होंने अपनी 315 बोर की लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली मार ली। गोली चेहरा चीरते हुए छत में लगी चारों तरफ खून ही खून हो गया।
आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं
गोली लगने से वह लहूलुहान होकर गिर पड़े। गोली चलने की आवाज सुनकर पत्नी और बेटा दौड़कर गए। चीख सुनकर पड़ोसी भी आ गए, फिर पुलिस को सूचना दी गई। बहोड़ापुर थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह तोमर फोर्स के साथ यहां पहुंचे। शव को पोस्टमार्टम हाउस भिजवाया, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि आत्महत्या क्यों की। कारण अभी स्पष्ट नहीं है। पत्नी और अन्य स्वजनों से बात नहीं हो पाई। स्वजनों से बात होने के बाद कारण सामने आ सकेगा।