लोकायुक्त की कार्रवाई : जिला शिक्षा केंद्र की जिला परियोजना समन्वयक को पकड़ा एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए
⚫ दो स्कूलों की मान्यता रद्द करने की दी थी धमकी
⚫ स्कूल संचालक से मांगे थे 10 लाख रुपए रिश्वत के
⚫ स्कूल संचालक ने की थी लोकायुक्त को शिकायत
हरमुद्दा
इंदौर, 18 अक्टूबर। लोकायुक्त की टीम ने जिला परियोजना समन्वयक (DPC) शीला मरावी को 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा है। उन्होंने एक स्कूल संचालक से उनके दो स्कूलों की मान्यता रद्द करने की धमकी देकर 10 लाख रुपए की मांग की थी।
लोकायुक्त एसपी राजेश सहाय ने बताया कि दिलीप बुधानी निवासी ट्रेजर टॉउन बिजलपुर ने इसकी शिकायत थी। इसमें बताया कि वे एमपी पब्लिक स्कूल अशोक नगर और एमपी किड्स स्कूल अंजली नगर के संचालक हैं। दोनों ही स्कूल शासन से मान्यता प्राप्त हैं। इसमें वर्ष 2019-20 से 23-24 तक मान्यता के साथ स्टूडेंट्स को 5वीं और 8वीं बोर्ड परीक्षा में शामिल कराया गया था।
स्कूल की जांच नहीं कराने के नाम पर मांगे रुपए
आरोप है कि आरटीआई एक्टिविस्ट ने जिला परियोजना समन्वयक, जिला शिक्षा केंद्र इंदौर से सूचना के अधिकार तहत दोनों स्कूलों के छात्र-छात्राओं की 5वी और 8वीं की परीक्षा में शामिल होने के संबंध में जानकारी मांगी थी। वह स्कूल संचालक दिलीप बुधानी को ब्लैकमेल कर रहा था कि दोनों स्कूलों की मान्यता समाप्त करा देगा।
इसलिए मांगे थे 10 लाख
इस पर जिला परियोजना समन्वयक मरावी जांच नहीं कराने और आगे भी आरटीआई एक्टिविस्ट कोई शिकायत नहीं करेगा, ऐसा लिखवाकर देने के एवज में 10 लाख रुपए मांग रही थी।