ऐसा पहली बार : जिले की साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्थाएं पहली बार एक जाजम पर बैठेंगी
1 min read⚫ मिलन समारोह 10 नवंबर को
⚫ एक ही छत के नीचे बैठकर होगा विचार विमर्श
⚫ कलाकार, कवि, गीतकार, संगीतकार, लेखकों द्वारा गीत, संगीत, कविता, कहानी और लघु कथाओं का होगा प्रस्तुतीकरण
हरमुद्दा
रतलाम, 8 नवंबर। जिले की साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्थाएं पहली बार एक जाजम पर बैठकर अपने जिले की साहित्यिक और सांस्कृतिक पहचान को पुनर्स्थापित करने का संकल्प लेंगी। जिले की साहित्यिक और सांस्कृतिक संस्थाओं का “मिलन समारोह” 10 नवंबर , रविवार को दोपहर 3.30 बजे राजपूत बोर्डिंग भवन रतलाम में होने जा रहा है।
राजा भोज जनकल्याण सेवा समिति रतलाम के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कार्यक्रम आयोजक नरेन्द्रसिंह पॅंवार ने बताया कि संभवत: यह पहला अवसर होगा जब रतलाम जिले की कला, साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्थाएं एक ही छत के नीचे बैठकर विचार विमर्श करेंगी।
अंतिम रूप देने के लिए बैठक शनिवार को
इस अवसर पर संस्था प्रमुखों द्वारा अपनी-अपनी संस्थाओं की गतिविधियों की जानकारी प्रदान की जाएगी। साथ ही जिले के कलाकार, कवि, गीतकार, संगीतकार, लेखकों द्वारा गीत, संगीत, कविता, कहानी और लघु कथाओं का प्रस्तुतीकरण भी होगा । कार्यक्रम को अंतिम रूप देने के लिए आयोजन समिति की बैठक शनिवार को आयोजित की गई।
समारोह में ये संस्थाएं सहभागिता करेंगी
आयोजन में अ.भा. साहित्य परिषद जिला शाखा रतलाम,श्री सज्जन क्षत्रिय समाज परिषद राजपूत बोर्डिंग, महाराजा श्री रतनसिंहजी बलिदान दिवस समारोह , डॉ. शिवमंगल सिंह सुमन शोध संस्थान, युगबोध नाट्य मंच , शिक्षक सांस्कृतिक मंच, सुनें-सुनाएं, जनवादी लेखक संघ कला मोहन साहित्यिक, सांस्कृतिक संस्था सुखेड़ा,त्रिवेदी मूर्ति कला केन्द्र, अनन्तशूल पाणी,तुलसी साहित्य अकादमी , यज्ञ मां कला निकाय , महक, अनूभूति , पाठक मंच, अरुण भार्गव स्मृति हिन्दी प्रचार प्रसार समिति , सुषमा साहित्य संस्था , जयकिरण स्मृति संस्था बड़नगर, अनुनांद संगीत संस्था , वनमाली सृजनपीठ , स्वर श्रृंगार रतलाम , व्योम फिल्म निर्माण संस्था, राठौर फिल्म निर्माण संस्था सैलाना, कवच फिल्म निर्माण संस्था रतलाम, अंतरंग भजन मंडल, टेलेंट आफ रतलाम सहित अन्य संस्थाओं ने सहभागिता की सहमति प्रदान की है।
साहित्यिक प्रस्तुति देंगे
प्रकाश हेमावत, श्याम सुंदर भाटी, इन्दु सिन्हा, सुरेश माथुर, रणजीत सिंह राठौर, विनोद झालानी, माही व्यास ,रमेश मनोहरा , जावरा , मनोहर ‘मधुकर’ , जावरा, रामप्रताप सिंह राठौर , डॉ. प्रवीणा दवेसर, आई.एल. पुरोहित, प्रद्युम्न व्यास ‘प्रवीण’ , शेरपुर ,कैलाश वशिष्ठ, श्रीमती योगिता राजपुरोहित, श्रीमती नूतन मजावदिया, सुनील जमड़ा, लक्ष्मी ललिता कुशवाह अपनी साहित्यिक प्रस्तुति देंगे।
गीत- संगीत प्रस्तुत ये करेंगे
अवनि उपाध्याय ,अशोक शर्मा , श्रीमती सुनीता , जयवंत गुप्ते, हेमन्त जोशी , मुकेश गेहलोत धानासुता , डॉ आनंद त्रिवेदी, नित्येन्द्र आचार्य, दिनेश बारोट,बड़ी सरवन, संजय परसाई, नितेश जोशी, बड़नगर, दुर्गेश सुरोलिया, बृजेश गौड़ – बांसुरी वादन, नरेन्द्र शर्मा गीत की प्रस्तुति देंगे।
उपस्थिति का आग्रह
राजा भोज जनकल्याण सेवा समिति के संयोजन में आयोजित हो रहे कार्यक्रम के संयोजक नरेन्द्रसिंह डोडिया, सहसंयोजक दिनेश राजपुरोहित , साहित्यिक प्रस्तुति प्रभारी आशीष दशोत्तर, सांस्कृतिक प्रस्तुति प्रभारी नरेन्द्र त्रिवेदी , आयोजन समिति के राजेन्द्रसिंह बासिन्द्रा,अभिभाषक राजेश शर्मा, नरेन्द्रसिंह राठौर (पिपलौदा), ओमप्रकाश त्रिवेदी, धीरेन्द्रसिंह सरवन, विनोद झालानी, श्रीमती तृप्तिसिंह सकरारी, भवानीप्रतापसिंह (सरवन), रत्नदीपसिंह ( पार्षद), गजेन्द्रसिंह चौहान, सुनील शर्मा, शैलेन्द्रसिंह अठाना, कुशपालसिंह (पंचेड़), इन्द्रसिंह नावदा, आलोक माहेश्वरी, भूपेन्द्रसिंह नरेड़ी, मनीष दसपुत्रे, दिलीपसिंह राजावत, संग्रामसिंह राठौर, दिग्विजयसिंह बड़छापरा, दीपेन्द्रसिंह भैंसाडाबर, राजेन्द्र शर्मा, संजय शर्मा ने सुधिजनों से उपस्थिति का आग्रह किया है।