वेब पोर्टल हरमुद्दा डॉट कॉम में समाचार भेजने के लिए हमें harmudda@gmail.com पर ईमेल करे हाउसिंग बोर्ड से खफा : प्रदेश में जनजातियों के विकास से जुड़ी सभी प्रकार की अधोसंरचनाएं अब बनाएगा जनजातीय कार्य विभाग का खुद का टेक्निकल विंग, शीघ्र होगी नई भर्तियां -

हाउसिंग बोर्ड से खफा : प्रदेश में जनजातियों के विकास से जुड़ी सभी प्रकार की अधोसंरचनाएं अब बनाएगा जनजातीय कार्य विभाग का खुद का टेक्निकल विंग, शीघ्र होगी नई भर्तियां

1 min read

विभाग में नए टेक्निकल विंग की हुई स्थापना

पहले थे दूसरों पर निर्भर, अब होंगे आत्मनिर्भर

टेक्निकल विंग के लिए 177 पद मंजूर

निर्माण कार्य में लगता था बहुत अधिक समय

बिना वजह बढ़ जाती थी निर्माण कार्य की लागत

हरमुद्दा
भोपाल, 9 नवंबर। प्रदेश में जनजातियों के विकास से जुड़ी सभी प्रकार की अधोसंरचनाएँ अब जनजातीय कार्य विभाग का खुद का टेक्निकल विंग बनाएगा। मध्य प्रदेश हाउसिंग बोर्ड की कार्यप्रणाली से खफा होकर विभाग में नए टेक्निकल विंग की स्थापना की गई है। राज्य शासन द्वारा ट्राईबल टेक्निकल विंग सेट-अप को मंजूरी दे दी गई है।

अब तक प्रदेश में एम.पी. हाऊसिंग बोर्ड जैसी निर्माण एजेंसियों से जनजातीय कार्य विभाग के अधीन स्कूल, छात्रावास, आश्रम शालाएँ, क्रीड़ा परिसर, कन्या शिक्षा परिसर, प्रशासनिक भवन आदि विभागीय संरचनाएँ पीडब्ल्यूडी, पीआईयू, भवन निर्माण इकाई, कराए जाते थे। इसमें बहुत समय ज्यादा लग जाता था और निर्माण कार्य की लागत भी बढ़ जाती थी।

पहले थे दूसरों पर निर्भर, अब आत्मनिर्भर

टेक्निकल विंग बनाने का मकसद ये है कि विभाग के निर्माण कार्य समय पर पूरे हो सकें। अब तक विभाग अपने स्तर पर केवल 2 करोड़ रुपए तक के काम कर पाता था। इससे बड़े सभी काम दूसरी निर्माण एजेंसी को देने पड़ते थे। अब जनजातीय कार्य विभाग अपने खुद के टेक्निकल विंग के जरिये निर्धारित लागत तक के विकास एवं उन्नयन कार्य ओपन टेण्डर के जरिये अपने नियम-शर्तों एवं तय समय-सीमा में ही करा सकेगा। इस टेक्निकल विंग कितनी लागत के निर्माण कार्य कराए जाने हैं, यह जनजातीय कार्य विभाग तय करेगा।

हुआ है नए पदों का सृजन

इसके लिये 177 नए पद भी शासन ने स्वीकृत किए हैं। इसमें अधीक्षण यंत्री (एस.ई) का एक पद, कार्यपालन यंत्री (ई.ई) के 6, सहायक यंत्री (सिविल) के 25, सहायक यंत्री (विद्युत) के 3, उपयंत्री (सिविल) के 123, उपयंत्री (विद्युत) के 9, प्रगति सहायक के 7 तथा निर्माण सहायक, सहायक मानचित्रकार एवं अनुरेखक के एक-एक पद को मंजूरी दी गई है। पदों की मंजूरी मिलने के बाद अब जनजातीय कार्य विभाग द्वारा विभागीय स्तर या अन्य शासकीय भर्ती एजेन्सीज के माध्यम से टेक्निकल विंग स्टॉफ की भी जल्द से जल्द भर्ती की जाएगी।

कार्य पर नजर और नियंत्रण

ट्राईबल टेक्निकल विंग के हेड अधीक्षण यंत्री (एसई) होंगे, जो जनजातीय कार्य मुख्यालय से विभागीय निर्माण कार्यों का सुपर विजन करेंगे। इनके अधीन 6 ईई होंगे। एक ईई मुख्यालय के कार्यों के अलावा भोपाल एवं नर्मदापुरम संभाग के सभी जिलों का काम देखेंगे। एक ईई इंदौर मुख्यालय से इंदौर एवं उज्जैन संभाग के सभी जिलों का काम संभालेंगे। सागर और जबलपुर संभाग के जिलों के कार्यों के लिये भी एक-एक ईई को दायित्व सौंपा गया है। ग्वालियर के ईई ग्वालियर के साथ-साथ चंबल संभाग तथा शहडोल में पदस्थ ईई शहडोल सहित रीवा संभाग के सभी जिलो में विभागीय निर्माण कार्यों को समय पर पूरा कराने तथा मॉनीटरिंग के लिए उत्तरदायी होंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *