सामाजिक सरोकर : विभिन्न थीमों पर सृजित मनमोहक रंगोलियां एवं एक साथ प्रज्ज्वलित 21 हजार दीपक रहे आकर्षण का केंद्र
⚫ दीपोत्सव में भारतीय संस्कृति और सामाजिक समरसता का अनूठा प्रकटीकरण : उच्च शिक्षा मंत्री
⚫ जेएनएस महाविद्यालय में हुआ भव्य दीपोत्सव कार्यक्रम
हरमुद्दा
शाजापुर, 13 नवंबर। प्रदेश के उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं आयुष मंत्री श्री इन्दर सिंह परमार ने मंगलवार को देव प्रबोधिनी एकादशी के शुभ अवसर पर शुजालपुर स्थित जवाहरलाल नेहरू स्मृति शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आयोजित “भव्य दीपोत्सव कार्यक्रम” में सहभगिता कर, सभी को दीपोत्सव पर्व की शुभकामनाएं प्रेषित की। श्री परमार ने महाविद्यालय प्रागंण में पुष्पों, रंगों एवं दीयों से सुसज्जित विभिन्न थीमों पर विद्यार्थियों द्वारा तैयार की गई आकर्षक रंगोलियों को अवलोकन किया और विद्यार्थियों को उनके नवाचारी प्रयासों के लिए बधाई दी।
श्री परमार ने कहा कि महाविद्यालय प्रांगण में प्रदर्शित कलाकृतियों का सृजन, भारतीय संस्कृति का अनूठा प्रकटीकरण है और सामाजिक समरसता के भाव का संदेश देता है। श्री परमार ने विभिन्न थीमों पर सृजित मनमोहक रंगोलियों एवं एक साथ 21 हजार दीपक प्रज्ज्वलित करके दीपोत्सव कार्यक्रम को भव्यता देने के लिए आयोजनकर्ताओं की सराहना की और उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं भी दीं।
एक साथ प्रज्ज्वलित हुए 21 हजार दीपक
शासकीय जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय का खेल मैदान खेल प्रशिक्षक श्री देवेंद्र कुम्भकार के निर्देशन में 300 खिलाड़ियों की 16 घंटे की लगातार मेहनत के रंग से एक साथ प्रज्ज्वलित 21 हजार दीपों की रोशनी से जगमगाते ही ड्रोन व्यू से ली गई तस्वीरों से क्षेत्रवासियों को प्रांगण में पहुंचने को आतुर कर दिया। देवउठनी एकादशी के महाविद्यालय प्रांगण में प्रवेश करते ही भारतीय संस्कृति की परम्परा अनुरूप स्वागत द्वार पर स्वागत रंगोली ने दर्शकों को मन मोहा। स्वागत द्वार में झूलते हुए दीपक और प्रांगण में झूलते हुए दीपक, भारतीय संस्कृति में पावन पर्व दीपावली का महत्व दर्शाते दिखे।
राष्ट्र एवं समाज के विभिन्न पहलुओं को दर्शाया
विद्यार्थियों द्वारा पुष्पों एवं रंग-बिरंगी रंगोलियों से राष्ट्र एवं समाज के विभिन्न आवश्यक पहलुओं के महत्व को दर्शाने का प्रयास किया गया। माता तुलसी- श्री शालिगराम विवाह की झांकी, विवेकानंद सेतु में पानी में तैरते हुए दीपक, गांधी उद्यान में हिमाचल प्रदेश की थीम से तैयार कर बड़े दीपक, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ थीम रंगोली, अटल भवन के सामने विकसित भारत 2047, स्वर्ण जयंती द्वार पर लोकमाता माता अहिल्या बाई की 300 वीं जयंती को समर्पित रंगोली एवं उनके जीवन से जुड़ी प्रदर्शनी, लॉन्ग जंप पिट, वॉलीबॉल, बास्केटबॉल,कब्बडी के खिलाड़ियों द्वारा खेल को समर्पित रंगोली, पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षों को न काटने की अपील करती रंगोली, योग, भारतीय सेना, प्रकृति रक्षा करती है -अगर वो सुरक्षित है विषयक रंगोली, स्कूली विद्यार्थियों द्वारा ओलंपिक और चीता प्रोजेक्ट को लेकर उकेरी रंगोलियों ने विभिन्न सामाजिक बिंदुओं का आकर्षक प्रदर्शन किया।
उद्योगपति टाटा को श्रद्धांजलि देने के लिए उकेरी रंगोली
प्रख्यात उद्योगपति एवं समाजवेत्ता दिवंगत रतन टाटा को श्रद्धांजलि देने के लिए उकेरी गई रंगोली आकर्षण का केंद्र रही। पुष्पों और रंगोली के रंग से बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओं को लेकर उकेरी गई कलाकृति समाज को संदेश देती दिखाई दी। भव्य दीपोत्सव कार्यक्रम में शुजालपुर शहर एवं आसपास के ग्रामीण अंचल से बड़ी संख्या में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। लोगों ने हर थीम पर बनी आकर्षक पुष्प सज्जा एवं दीपमाला के साथ सेल्फी और सामूहिक रूप से फोटो लिए।
यह थे मौजूद
इस अवसर पर कार्यक्रम में अशोक नायक, विजय सिंह बैस, आलोक खन्ना,महाविद्यालय प्राचार्य राजेश कुमार शर्मा, खेल शिक्षक देवेंद्र कुम्भकार सहित अन्य गणमान्य नागरिक बंधु एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।