सामाजिक सरोकार : वन विभाग कर रहा है 10 हेक्टेयर में कैक्टस गार्डन विकसित कैक्टस की होगी 450 वैरायटी, बेहतर टूरिस्ट केंद्र होगा विकसित
⚫ कैक्टस गार्डन का पाथ-वे होगा करीब 7 किलोमीटर की पेरीफेरी
⚫ संभाग आयुक्त ने किया निरीक्षण
⚫ अन्य एजेंसियों का भी लिया जाए सहयोग
⚫ नहीं किया जाए कंक्रीट का उपयोग
हरमुद्दा
रतलाम 19 नवंबर। लगभग 10 हेक्टेयर में गार्डन विकसित किया जा रहा है जिसमें कैक्टस की करीब 450 वैरायटी होगी। इसके अलावा इस परिसर में ऑक्सीजन पार्क, त्रिफला वन, मेडिसिनल प्लांट, पार्क किड्स, पार्क ध्यान केंद्र भी विकसित किए जाएंगे। कैक्टस गार्डन का पाथ-वे करीब 7 किलोमीटर की पेरीफेरी में होगा।
यह जानकारी उज्जैन संभाग आयुक्त संजय गुप्ता को साइट पर मौजूद वन विभाग की रेंजर सुश्री सीमा सिंह ने दी। संभव संभाग आयुक्त श्री गुप्ता ने मंगलवार को जिले के सैलाना पहुंचकर वन विभाग द्वारा विकसित किया जा रहे कैक्टस गार्डन का निरीक्षण कर रहे थे। गार्डन के सौंदर्यीकरण एवं विकास के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश भी विभाग के अधिकारियों को दिए।
अन्य एजेंसियों का भी लिया जाए सहयोग
संभाग आयुक्त ने निर्देश दिए कि कैक्टस गार्डन के नियोजित ढंग से निर्माण के लिए वन विभाग के अलावा अन्य एजेंसियों का भी सहयोग लिया जाए। कैक्टस गार्डन को टोटल मड पैटर्न पर तैयार किया जाए, कंक्रीट का बिल्कुल भी इस्तेमाल नहीं किया जाए। इसको बेहतर टूरिस्ट केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। शासन स्तर से भी जो आवश्यकता होगी, उसके लिए सक्रिय पहल की जाएगी। संभाग आयुक्त ने नजदीक के तालाब में छोटी बोट संचालन के संबंध में भी निर्देशित किया।
यह थे साथ
इस दौरान कलेक्टर राजेश बाथम, सीईओ जिला पंचायत श्रृंगार श्रीवास्तव, अपर कलेक्टर डॉ. शालिनी श्रीवास्तव, एसडीएम सुनील जायसवाल, उपायुक्त रंजीत कुमार आदि साथ थे।