जन आक्रोश रैली : हजारों ने कदमों ने सड़क पर चलकर दिया संदेश, “अब प्रतिशोध हर हिंदू के भीतर पलेगा, संभल जाओ वरना पूरा बांग्लादेश जलेगा”
⚫ श्री कालिका माता मंदिर परिसर से संत समाज की अगुवाई में निकली जन आक्रोश रैली
⚫ लहराया भगवा और तिरंगा जन आक्रोश रैली में
⚫ भारत माता की जय, वंदे मातरम, जय जय सियाराम की गूंजी आवाजें
⚫ शहरी और ग्रामीणों ने शामिल होकर दिया हिंदू जागृति का परिचय
⚫ गुरुद्वारे, मंदिर, बुद्ध, विहार जेहादी हमालों के सब शिकार
⚫ पुलिस प्रशासन रहा चप्पे चप्पे पर मुस्तैद
हरमुद्दा
रतलाम, 3 दिसंबर। बांग्लादेश में हिंदू समाज पर हो रहे अत्याचार के विरोध में प्रभावी जन आक्रोश रैली हिंदू समाज ने निकाली। श्री कालिका माता मंदिर परिसर से संत समाज की अगुवाई में हजारों हजार लोगों ने शामिल होकर हिंदू जन जागृति का परिचय दिया। हजारों ने कदमों ने सड़क पर चलकर संदेश, दिया “अब प्रतिशोध हर हिंदू के भीतर पलेगा, संभल जाओ वरना पूरा बांग्लादेश जलेगा”। “गुरुद्वारे, मंदिर, बुद्ध, विहार जेहादी हमालों के सब शिकार”, जन आक्रोश रैली में शामिल महिला पुरुष युवा बुजुर्ग बच्चे सभी के मुंह से “भारत माता की जय, वंदे मातरम, जय जय सियाराम” के जय घोष निकल रहे थे। कलेक्ट्रेट पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा। जन आक्रोश रैली के मद्देनजर पुलिस प्रशासन चप्पे चप्पे पर तैनात रहा।
मंगलवार को श्री कालिका माता मंदिर परिसर से जन आक्रोश रैली निकालने के पहले सभा हुई जिसमें संत समाज ने जन जागृति का संचार किया। सभा स्थल पर कैबिनेट मंत्री चैतन्य काश्यप भी आए। जन आक्रोश रैली में शामिल होने के लिए सभा स्थल पर शहरी और ग्रामीणों के अलावा चिकित्सक, अभिभाषक, शिक्षक सहित बुद्धिजीवी वर्ग मौजूद था।
इन्होंने किए विचार व्यक्त
उपस्थित जन सैलाब को आक्रोश रैली के संयोजक राजेश कटारिया ने संबोधित करते हुए कहा कि बांग्लादेश में छात्र आंदोलन को षडयंत्र पूर्वक हिंसात्मक रूप दिया गया तथा हिंदुओं पर अत्याचार का सुनियोजित रूप दिया । वहां के सर्व हिंदू समाज के साथ पूरा भारतीय समाज खड़ा है।
सी ए सोनाली दीदी जैन ने कहां की बांग्लादेश में पिछले कुछ माह से लगातार ही हिंसात्मक घटनाएं हो रही है । मानवताओं को द्रवित करने वाली यह घटनाएं रोकने हेतु वहां के अल्पसंख्यक समाज के साथ पूरा भारतीय समाज उपस्थित है।
संस्कार ऋषि पं. दिनेश जी व्यास निलकंठधाम घटवास ने कहा कि भारतीय संस्कृति “वसुधैव कुटुंबकम” की संस्कृति है। पूरे विश्व के लोग हमारे भाई-बहन हैं परंतु कुछ लोग मानवता को नष्ट करने का दुष्विचार लेकर निरीह लोगों पर अत्याचार कर रहे हैं। इसके लिए हम सभी को संकल्प लेना होगा कि सभी को संगठित रहना है। एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे।
पूर्व सैनिक और जनजाति सुरक्षा मंच के मध्य क्षेत्र के संरक्षक कैलाश निनामा ने कहा कि संगठन में शक्ति है बांग्लादेश में हो रहे अल्पसंख्यकों के खिलाफ षड्यंत्र को रोकने के लिए हम सभी को एक होना है तभी सुरक्षित रहेंगे।भारत एक सामर्थशाली देश है। शीघ्र ही बांग्लादेश के सनातनी बांधुओं पर हो रही हिंसा पर रोक लगेगी।
यह सभी थे मंचासीन
उपस्थित जन समुदाय को आशीष देने हेतु मंच पर दंडी स्वामी अत्यानंद जी सरस्वती(श्रृंगेरी मठ,परम पूज्य स्वामी देव स्वरूप जी महाराज (अखण्डज्ञान आश्रम ),परम पूज्य स्वामी 1008 आनंद गिरि जी महाराज(अड़वानिया), ज्ञानी हंसराज सिंह गुरूद्वारा दुख निवारण साहेब जावरा,परम पूज्य स्वामी नील भारती जी महाराज (दत्त अखाड़स्व, रम स्वामी शिवानंद जी महाराज शक्तिपीठ सुजालपुर परम स्वामी योगेश नाथ जी जेठाना,परम स्वामी सुजानानंद जी महाराज अखंड ज्ञान आश्रम,परम राज राजेश्वरी माता पीतांबरा शक्ति पीठ,महर्षि संजय शिवशंकर दवे(वैदिक जागृति पीठ),परम ईस्कोन प्रभू जी महाराज,आदरणीय सविता दीदी (ब्रह्मकुमारी आश्रम),परम पूज्य स्वामी मनोज जी स्वामी (मांगल्य मंदिर),स्वामी सौरभ जी महाराज,आचार्य महेशानंद जी महाराज,आचार्य अशोक जी वशिष्ठ महाराज,आचार्य चेतन जी शर्मा,स्वामी अभिषेक गिरी जी महाराज विराजित रहे।
20 मिनट तक निकलती रही एक ही स्थान से रैली
कॉन्वेंट स्कूल तिराहे पर 3 बजकर 28 मिनट से रैली निकलना प्रारंभ हुई। संत समाज आगे आगे चल रहा था। जिसके पीछे महिलाएं, वरिष्ठ जन और अंत में युवा जोश जुनून और उत्साह के साथ निकले। जन आक्रोश रैली में अधिकांश के हाथों में तिरंगा, भगवा, और नारों लिखी तख्तियां थी, जो कि संदेश दे रही थी, कि हिंदू को सताओगे तो वह छोड़ेगा नहीं। 3:43 तक एक ही स्थान से लोग निकलते रहे। 20 मिनट तक एक ही स्थान से तेज गति में जोश और आक्रोश के साथ लोग निकलते रहे। शहरी और ग्रामीण सभी ने जन आक्रोश रैली में शामिल होकर हिंदू होने का परिचय दिया। बांग्लादेश की हिंदू समाज पर हो रहे अत्याचार, तानाशाही गतिविधियों के खिलाफ सड़क पर उतरे। हिंदू समाज के आह्वान पर निकली जन आक्रोश रैली के मद्दे नजर सुबह से ही शहर में पुलिस प्रशासन चप्पे चप्पे पर मुस्तैद रहा। रैली शुरू होने के पहले एडिशनल एसपी और एसडीएम के वहां निकले, तत्पश्चात जन आक्रोश रैली शुरू हुई। रैली के अंत में भी विभिन्न थाना क्षेत्र के प्रभारी और पुलिस बल मौजूद था।
वाचनकर सौंपा ज्ञापन
सुरेंद्र भांबरा ने बताया कि जन आक्रोश रैली कलेक्ट्रेट पहुंची जहां पर ज्ञापन का वाचन मनोज सगरवंशी ने किया। समाज के वरिष्ठजन राजेश कटारिया, सतीश त्रिपाठी, मांगीलाल खराडी, संजय व्यास, कंवलजीत सिंह मक्कड, अनुज छाजेड, ममता भंडारी, सुनीता छाजेड, सोनाली जैन, सुरेश वर्मा, मोहन मुरलीवाला, विजय खरे, हरिनारायण जाटव, विम्पी छाबड़ा, कैलाश देवदा, अमृत पटेल, रामेश्वर पाटिदार के नेतृत्व में राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर राजेश बाथम को ज्ञापन सौंपा। संचालन गायत्री परिवार के विकास शैवाल ने किया। आभार समस्त हिंदू समाज ने माना।
सराफा बाजार और लक्कड़ पीथा में व्यापार रहा बंद, शेष बाजार की दुकानों चला रहा कारोबार
जन आक्रोश रैली के मद्दे नजर शहर में चर्चा चली थी कि अपना व्यापार व्यवसाय बंद रखकर जन आक्रोश रैली में शामिल होकर हिंदू होने का परिचय दें। सराफा बाजार चांदनी चौक में दुकान लगभग बंद रही। लक्कड़ पीठा में भी दुकान बंद रही, मगर अन्य बाजारों में व्यापार व्यवसाय चलता रहा। दुकान बंद करवाने का कोई दबाव नहीं रहा। स्वेच्छा से जिन्होंने बंद की वे बंद रही।
आक्रोश रैली की चित्रमयी झलकियां