भ्रष्टाचारी पर अटैक : सीमांकन में किया जमीन का झोलझाल, रिश्वत के रुपए लेते धराया पटवारी रमेशचंद्र बैरागी
⚫ किसान को कर रहा था 8 महीने से परेशान
⚫ रुपए के समझौते पर हुआ दोबारा सीमांकन
⚫ परेशान किसान ने की लोकायुक्त को शिकायत
⚫ गुरुवार को पटवारी ₹40000 की रिश्वत लेते हुआ गिरफ्तार
⚫ फिर भी मुस्कुराता रहा रिश्वतखोर पटवारी
हरमुद्दा
रतलाम, 5 दिसंबर। सीमांकन में जमीन का झोल झाल करने के बाद सही रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए पटवारी ने किसान से 50000 रुपए की मांग की। जब 40 हजार रुपए देने की बात तय हो गई तो दूसरी बार फिर सीमांकन किया गया। रिपोर्ट बनाई गई और प्रस्तुत करने के लिए रुपए के लिए पटवारी तगादा करने लगा। 15 दिन में 8 से 10 बार फोन करने के बाद किसान परेशान हुआ और लोकायुक्त को शिकायत की। लोकायुक्त ने रणनीति बनाई। रिश्वतखोर पटवारी पर अटैक किया और गुरुवार को रंगे हाथों धरदबोचा। खास बात यह देखी गई की रिश्वतखोर पटवारी गिरफ्तार होने के बाद भी मुस्कुराता रहा।
मिली जानकारी के अनुसार पंचेड़ क्षेत्र के पटवारी रमेशचंद्र बैरागी लोकायुक्त पुलिस के दल ने किसान गोपाल उपाध्याय से रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। आरोपी पटवारी रमेश बैरागी के विरुद्ध धारा 7, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988(संसोधन 2018 ) के अधीन प्रकरण दर्ज क़र विवेचना में लिया गया।
पूर्व में सीमांकन किया तो जमीन में हुआ झोल झाल
किसान गोपाल उपाध्याय ने हरमुद्दा को बताया कि क्षेत्र का पटवारी रमेश चंद्र बैरागी सीमांकन करने के लिए करीब आठ माह से परेशान कर रहा था। पूर्व में जो सीमांकन किया तो जमीन में झोल झाल कर दिया। रिपोर्ट सही करने के लिए रुपए की मांग की। बार-बार पंचायत भवन के चक्कर लगाने के पश्चात तय हुआ कि जो रुपए चाहिए, वह दे दिए जाएंगे लेकिन जमीन की रिपोर्ट सही की जाए। 15 नवंबर को जमीन का दूसरी बार सीमांकन हुआ। रिपोर्ट बन गई, लेकिन भेजी नहीं गई। पटवारी बैरागी बार-बार किसान उपाध्याय फोन करता रहा कि रुपया दो, रिपोर्ट भेजनी है, रुपया दो रिपोर्ट भेजनी है आखिरकार इस बात से किसान परेशान हुआ और 2 दिसंबर को उज्जैन लोकायुक्त कार्यालय पहुंचकर शिकायत की गई। किसान उपाध्याय के साथ लोकायुक्त डीएसपी सुनील तालान ने योजना बनाई और समझाकर भेजा गया कि कैसे कार्रवाई की जाएगी और उन्हें क्या-क्या करना है?
लोकायुक्त डीएसपी सुनील तालान और राजेश पाठक के नेतृत्व में पंचेड़ दल आया। योजना के अनुसार गुरुवार को सुबह भवन पंचायत पर किसान उपाध्याय रिश्वत के 40000 रुपए लेकर गया। इसके पहले ही लोकायुक्त दल के करीब 10 सदस्य योजनाबद्ध तरीके से एक्शन मोड में आ गए थे। किसान उपाध्याय ने जैसे ही पटवारी बैरागी को ₹40000 दिए और इशारा किया, वैसे ही दल ने पटवारी को रिश्वत लेते हुए रंग के हाथ गिरफ्तार किया। प्रधान आरक्षक हितेश लालावत, आरक्षक संदीप कदम, श्याम शर्मा, इसरार खान, कमल पटेल सहित 10 सदस्यों की टीम ने उक्त ट्रैप कार्य में भाग लिया।