महा आंदोलन आंखों देखी : पहले चेतावनी फिर ले लिया बाप विधायक कमलेश्वर डोडियार सहित उनके समर्थकों को लिया अभिरक्षा में, इंकलाब जिंदाबाद के नारे के साथ चढ़े पुलिस वाहन में
⚫ एन वक्त पर आयोजन स्थल को किया परिवर्तित
⚫ बंजली हवाई पट्टी पर हुई पुलिस प्रशासन की हुई ताबड़तोड़ व्यवस्था
⚫ 11 बजे के पहले ही आयोजन स्थल से ले गए जेल की ओर
⚫ रतलाम बांसवाड़ा मार्ग पर वाहन चालक होते रहे परेशान
हरमुद्दा
रतलाम, 11 दिसंबर। सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार ने बुधवार को महा आंदोलन का आह्वान किया गया था। बंजली हवाई पट्टी से 11 बजे के पहले ही विधायक डोडियार को उनके समर्थकों के साथ पुलिस अभिरक्षा में लेकर जेल की ओर भेजा गया। इस दौरान पुलिस और प्रशासन के आला अफसर मौजूद थे। पुलिस वाहन में चढ़ने के दौरान इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाए गए। रतलाम बांसवाड़ा मार्ग पर सड़क पर काफी संख्या में बैरिकेड लगाए जाने से वाहन चालक परेशान होते रहे।
विधायक और डॉक्टर के बीच हुए विवाद ने तूल पकड़ा। इसके बाद बुधवार को महा आंदोलन की बात कही गई थी। पहले यहां आंदोलन शहर के नेहरू स्टेडियम में आयोजित होना था मगर एन वक्त पर विधायक के आह्वान पर ही सैलाना रोड स्थित बंजली हवाई पट्टी पर परिवर्तित किया गया। सभी तैयारियां यहां पर शुरू हुई। पुलिस और जिला प्रशासन के ने भी ताबड़तोड़ व्यवस्था कर बैरिकेट्स लगाए।
विछात शुरू हुई 10.35 पर
10:35 पर हवाई पट्टी के यहां तखत लगाकर उनके समर्थक गादी और चद्दर की बिछात कर रहे थे। कुछ समर्थकों के हाथ में तस्वीर थी। इसके पहले ही सैकड़ो की संख्या में पुलिस बल मौजूद था। हाथ में डंडे सर पर टोपी पूरी सुरक्षा के साथ मुस्तैद रहे। इसी दरमियान एडिशनल एसपी राकेश खाखा, एसडीएम अनिल भाना, तहसीलदार ऋषभ ठाकुर सहित जिला और पुलिस प्रशासन के आला अफसर मौजूद रहे। आयोजन स्थल पर विधायक गादी पर बैठ गए। अपने समर्थक भी साथ में थे। तस्वीरों तकत के साथ लगाई गई कुर्सियों पर तस्वीर रखी गई।
प्रशासन की तरफ से श्री भाना और महा आंदोलन की तरफ से गुप्ता बोले
आयोजन स्थल पर महाआंदोलन के लिए लाए गए हैंड माइक से ही 10.45 बजे एसडीएम ने कहा कि यह महाआंदोलन उचित नहीं है। प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी है। आप चाहे तो यहां से जा सकते हैं। इसके बाद भी नहीं माने। विधायक डोडियार के समर्थक बैठे रहे। महाआंदोलन वालों का माइक पुनः उनके पास आया फिर तब श्री गुप्ता ने कहा कि निर्वाचित जनप्रतिनिधि के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग डॉक्टर द्वारा किया गया है। लगता है उनके डीएनए में ही मिस्टेक है, यदि अपनी मां की औलाद होते तो जनप्रतिनिधि के साथ अभद्र भाषा में बात नहीं करते। लगता है यह विदेशी है। यदि निर्वाचित जनप्रतिनिधि के साथ डॉक्टर ऐसी भाषा का उपयोग करते हैं तो आमजन के प्रति उनका व्यवहार कैसा होगा।
नारों के साथ चढ़े पुलिस वाहन में
10:49 पर अभिरक्षा में लेने की कार्रवाई शुरू की गई। कुछ पैदल चलते हुए विधायक डोडियार के पीछे-पीछे समर्थक चल दिए, वाहन में चढ़ते समय इंकलाब जिंदाबाद, आदिवासियों के साथ भेदभाव करना बंद करो, बंद करो, के नारे लगाए गए। लगभग दो दर्जन लोगों को पुलिस वाहन में बिठाकर जेल की ओर ले जाया गया।
बदल दिया आयोजन स्थल, हुई व्यवस्था
उल्लेखनीय की आंदोलन का आयोजन पहले शहर के नेहरू स्टेडियम में होना था मगर विधायक ने ही एक वीडियो डाला जिसमें कहा गया की महा आंदोलन का स्थान बदलकर अब बंजली हवाई पट्टी पर कर दिया गया है। सभी साथी वहीं पर मौजूद रहे। इसके पश्चात पुलिस प्रशासन भी ताबड़तोड़ बिजली हवाई पट्टी की ओर गया। बेरिकेट से लगाए गए अग्निशमन यंत्र सहित अन्य व्यवस्थाएं की गई। आयोजन स्थल पर पुलिस बल के लिए भोजन की व्यवस्था की गई। जैसे ही भोजन का समय हुआ वैसे ही सबको थालियों में सजा भोजन मिलने लगा। यहां पर पुलिस प्रशासन की सड़क पर मुस्तैदी के कारण वाहन चालकों को कुछ परेशानी का सामना करना पड़ा।