अंधा कत्ल : भांजी को भेजा घर, कहा कि दाढ़ी बनवा कर आता हूं, मगर पुलिया के नीचे पाइप में मिला उसका शव
⚫ पानी बहने के पाइप में युवक ने देखा शव
⚫ चौकीदार ने पुलिस को दी सूचना
⚫ हत्या किसने और क्यों की गुत्थी उलझी हुई
⚫ डॉग स्क्वाड भी कुछ दूरी घूम कर लौटा
हरमुद्दा
रतलाम 21 जनवरी। आदिवासी अंचल में युवक भांजी के साथ मजदूरी करने गया था। करीब 8 दिन मजदूरी की। 2 दिन पहले राजापुरा माताजी आया था तब भांजी को बोला कि मैं दाढ़ी बनवा कर आता हूं, तू घर जा। इसके बाद वह नहीं पहुंचा। उसका शव पुलिया के नीचे पाइप के अंदर नजर आया। सूचना मिलते पुलिस मौके पर पहुंची। घटना स्थल से पुलिस को खून लगे पत्थर, एक लकड़ी व बीयर की टूटी बोतल मिली है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मौके पर डॉग स्क्वाड भी आया। कुछ दूरी घूम कर वह वापस आ गया। पुलिस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में लगी हुई है।
जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह आठ से नौ बजे के बीच राजापुरा माताजी से करीब एक किलोमीटर दूर केलकच्छ मार्ग स्थित पुलिया के नीचे किसी ने एक व्यक्ति का पुलिया के नीचे पानी बहने के लिए लगाए गए पाइप में शव पड़ा देखा। शव के ऊपर बड़ी संख्या में पत्थर रखे हुए थे। किसी ने ग्राम राजापुरा माताजी की चौकीदार तोलीबाई को जानकारी दी। तोलीबाई ने शिवगढ़ थाने पर सूचना दी।
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी पहुंचे मौके पर
इसके बाद एएसपी राकेश खाखा, एफएसएल अधिकारी डा. अतुल मित्तल, रतलाम ग्रामीण एसडीओपी किशोर पाटनवाला, शिवगढ़ थाने के एसआइ आरसी खड़िया आदि पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा घटना की जांच की। इसके बाद पत्थर हटाकर शव निकाला गया। मौके पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई थी। मृतक के स्वजन भी वहां पहुंच गए थे। उन्होंने मृतक की पहचान 45 वर्षीय देवीलाल कटारा पिता प्रभु कटारा निवासी ग्राम देवीपाड़ा के रूप में की।
भांजी के साथ गया था मजदूरी करने
मृतक देवीलाल कटारा के छोटे भाई मोहन कटारा ने बताया कि देवीलाल खेती व मजदूरी करता था। आठ दिन पहले ग्राम नाहरपुरा में एक किसान के खेत पर प्याज निकालने की मजदूरी करने अपनी भांजी 15 वर्षीय सोनू के साथ गया था। तब से वह वहीं था। वह 19 जनवरी को दोपहर सोनू के साथ ग्राम राजापुरा माताजी आया था तथा भांजी से कहा कि तू घर जा, वह दाढ़ी बनवाकर आता है। इसके बाद भांजी सोनू राजापुरा से करीब तीन किलोमीटर दूर स्थित नाना के घर चली गई थी। काफी देर बाद भी देवीलाल कटारा घर नहीं पहुंचा, तो उसके फोन किया लेकिन उसने रिसिव नहीं किया। उसके पास दो फोन थे। उसके फोन नहीं मिले है। फोन कहीं फेंक दिए गए है या हत्या करने वाले ले गए है। उसकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। हमें नहीं पता उसे कितने मारा।
मौके पर पहुंच डॉग स्क्वाड
पुलिस ने मौके पर डॉग स्कवाड को भी बुलाया। डॉग पुलिया के नीचे जहां शव रखा था, वहां से निकल बाहर आया तथा आसपास घुमता हुआ वहां से कुछ मीटर दूर स्थित दूसरी पुलिया के पास जाकर रुक गया। माना जा रहा है कि हत्या करने वाले दूसरी पुलिया की तरफ होकर भागे होगे। पुलिस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में लगी हुई है।