संगीत जलसा: “आयो रे सजनिया मन बावरे” ने किया मंत्रमुग्ध
हरमुद्दा
रतलाम, 4 सितंबर। “आयो रे सजनिया मन बावरे” जैसे गीतों की प्रस्तुति देकर उपस्थितों को मंत्रमुग्ध कर दिया इंदौर से पधारे गायक कलाकार गौतम काले ने। अवसर था महाराष्ट्र समाज द्वारा मनाए जा रहे 90 वे सार्वजनिक श्री गणेशोत्सव के अन्तर्गत शास्त्रीय संगीत कार्यक्रम “संगीत जलसा” का। नाट्य गीत, भक्ति गीत, अभंग अभीर गुलाल की सुमधुर प्रस्तुति देकर उपस्थित श्रोताओं को संगीत की सुर लहरियों से आनन्दित कर दिया।
साथी कलाकारों ने भी उम्दा प्रस्तुतियां
कार्यक्रम के पूर्व कलाकारों द्वारा श्री गणेश की पूजा अर्चना की गई | कार्यक्रम में उनके साथी कलाकार अनुजा वाणुस्कर, राजस देशपांडे, कुशाल अग्रवाल ने भी अपनी प्रस्तुति देकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया।
यह थे संगतकार
तबले पर पवन सेन, हारमोनियम पर रवि किल्लेदार, पखावज पर विजय राजपुरे ने संगत दी।
किया स्वागत, दिए स्मृति चिह्न
कलाकारों का स्वागत सार्वजनिक श्री गणेशोत्सव समिति अध्यक्ष सुनील पाटिल, मिलिन्द करंदीकर, स्वाति लोणकर, श्यामकांत भोरकर, सुहास चितले, संजय पंडित ने किया। स्मृति चिह्न राजेन्द्र वाघ, सुनील पाटील ने प्रदान किए। कार्यक्रम संयोजक दिलीप बर्वे,सुधीर सराफ, अरुण पोटाडे़ थे। संचालन अरुण पोटाडे़ ने किया। आभार पराग रामपुरकर ने माना।