90 वांं सार्वजनिक श्री गणेशोत्सव: हास्य नाटक “वरात” ने दिया बड़ा संदेश
हरमुद्दा
रतलाम, 8 सितंबर। महाराष्ट्र समाज द्वारा मनाए जा रहे 90 वें सार्वजनिक श्री गणेशोत्सव के अन्तर्गत शनिवार की रात नाट्य भारती संस्था इंदौर द्वारा हास्य नाटक “वरात” का मंचन हुआ। मंचन के माध्यम से बड़ा संदेश दिया गया कि मनोरोगियों के साथ कैसा व्यवहार होना चाहिए।
नाटक के माध्यम से बताया गया कि वर्तमान समय में मनुष्य के मन में किसी बात का गहरा प्रभाव होने से वह मनोरोगी हो सकता है। मनोरोगी को सामान्य स्थिति में लाने का प्रयास परिवार द्वारा किया जाता है। नाटक की सुन्दर प्रस्तुति देखकर उपस्थित दर्शकों ने कलाकारों का उत्साहवर्धन किया।
कलाकारों का किया स्वागत
कार्यक्रम के पूर्व श्री गणेश जी की पूजा अर्चना की गई। नाटक के लेखक नितिन नायगांवकर एवं दिग्दर्शक श्रीराम जोग, श्रुतिका जोग (कलमकार), सौजन्या लघाटे, प्रतीक्षा बेलसरे, सलोनी खाटवकर, परेश जोशी, श्रीखले आदि कलाकार थे। कलाकारों का स्वागत संजय लोणकर, प्रकाश लोखंडे ने किया।
यह थे उपस्थित
आयोजन में सार्वजनिक श्री गणेशोत्सव समिति अध्यक्ष सुनील पाटील, सचिव महेश कस्तूरे, भूषण बर्वे, महाराष्ट्र समाज अध्यक्ष सुधीर सराफ, सचिव राजेन्द्र सिद्धेश्वर, पराग रामपुरकर, शारदा मंदिर ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष शरद फाटक, वीरेन्द्र वाफगांंवकार, राजेन्द्र वाघ, मिलिन्द करंदीकर, वीरेन्द्र कुलकर्णी, सुनील सराफ, सतीश भावे, श्रीकांत दिवे, धनंजय नारले, विवेक राणे, संतोष कोलंबेकर, श्यामकांत भोरकर, संदीप नारले, विभास दंडवते, अनंता करंदीकर, राजेश गडकरी, हनुमंत रत्नपारखी,नितिन तारे, नितिन बोरगांंवकर, किशोर जोशी सहित समाजजन उपस्थित थे। संचालन श्याम विन्चुरकर ने किया। आभार दिलीप कुलकर्णी ने माना।