मानसिक रोगों के प्रति सचेत रहना आवश्यक : डॉ. जैन
🔳 तम्बाकू के दुष्परिणाम के लिए बच्चों को किया सचेत
हरमुद्दा
रतलाम, 25 नवंबर। शारीरिक रोगों के समान मानसिक रोगों को भी समय पर पहचान कर उपचार किया जा सकता है। हमेशा उदास रहना, बहुत गुस्सा करना, अत्यधिक तनाव में रहना, हमेशा नकारात्मक विचार, नींद ना आना, किसी काम में मन ना लगना, नशे की लत जैसे लक्षण भी मानसिक रोग की श्रेणी में आते है।
यह बात मनोरोग विशेषज्ञ डा. निर्मल जैन ने कही। जिला चिकित्सालय डॉ. जैन उत्कृष्ट विद्यालय में बच्चों को मानसिक रोगों और तब्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के बारे में जागरूक कर रहे थे। सरला कुरील ने कोटपा कानेन के बारे में जानकारी दी।
विद्यार्थियों को दिलाया संकल्प
आसपास एवं परिवार के सदस्यों को तम्बाकू एवं इससे बने पदार्थों से दूर रहने का संकल्प कैंसर सोसायटी के सदस्य अशोक अग्रवाल ने दिलाया । कार्यक्रम में लायंस क्लब के स्नेह सचदेव और गोपाल जोशी ने बच्चों को प्रश्नोत्तरी के माध्यम से जागरूक किया। डॉ. पूर्णिमा शर्मा सहित विद्यालय के अन्य शिक्षक मौजूद थे।
प्रतियोगिता में उत्साह से भाग लिया विद्यार्थियों ने
तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम निबंध, चित्रकला व वाद-विवाद प्रतियोगिता में बच्चों ने उत्साह से भाग लिया। निबंध प्रतियोगिता में प्रवीण शर्मा प्रथम, आयुषी राठौर द्वितीय तथा विशाल ने तीसरा स्थान प्राप्त किया । चित्रकला प्रतियोगिता में ईशिका प्रथम, सेजल परमार दूसरा, प्रवीण शर्मा ने तीसरा स्थान प्राप्त किया जबकि वाद विवाद प्रतियोगिता में शीतल कसेरा ने पहला और आयुषी राठौर ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम में विजेताओं को प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार प्रदान किए गए। संचालन आशीष चौरसिया ने किया। आभार प्राचार्य सुभाष कुमावत ने आभार माना।
रतलाम पब्लिक स्कूल में किया जागरूक
रतलाम पब्लिक स्कूल में तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता में मेहर ने प्रथम, दामिनी ने द्वितीय और अर्पित ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। विजेता विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र एवं पुरस्कार का वितरण किेया गया। मानसिक रोगों की स्वास्थ्य शिक्षा डॉ. निर्मल जैन ने दी। सरला कुरील एवं अशोक अग्रवाल ने तम्बाकू के खतरों के प्रति आगाह किया। स्कूल के प्राचार्य मयंक झालानी, संचालक नीलम शर्मा ने आभार माना।