विभिन्न गतिविधियों में सहभागिता कर रोमांचित हो रहे प्रदेश के विद्यार्थी
🔳 राज्य स्तरीय मोगली बाल महोत्सव में
वीरेंद्र कुमार शर्मा
सिवनी/ रतलाम, 28 नवंबर। पेंच नेशनल पार्क में चल रहे राज्य स्तरीय मोगली बाल महोत्सव में सुबह से रात तक बच्चे विभिन्न गतिविधियों में भाग लेकर रोमांचित हो रहे हैं। एडवेंचर स्पोर्टस, पार्क की सफारी के अलावा रात्रि में हो रहे सांस्कृतिक कार्यक्रमों में प्रदेश भर सहित रतलाम सेआए बच्चे उत्साह से आनंद उठा रहे हैं।
जंगल के खजाने को खोजा
मोगली बाल महोत्सव के दूसरे दिन मोगली दल ने सुबह प्रकृति की खोज के तहत जंगल में छुपे खजाने को पहेली के माध्यम से खोजा।
नजर नहीं आया जंगल का राजा
दल प्रभारी के के मिश्रा के नेतृत्व में 12 जिले के मोगली मित्रों ने विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आयोजित की गई। जिले के दल ने दल प्रभारी कृष्णलाल शर्मा एवं भावना कुमावत के साथ जंगल की सफारी की। सफारी के दौरान जंगल में जंगल का राजा तो नजर नहीं आया, परन्तु वहां विचरण कर रहे हिरन,सांभर, जंगली सूअर, मोर, सियार के साथ विभिन्न पक्षियों की कलरव ध्वनि को जाना।
विभिन्न प्रजातियों से हुए रूबरू
दल को नेचर ट्रेलर के लिए भी भेजा गया। इसमें बच्चों ने विभिन्न प्रकार के पेड़ और पक्षियों के संबंध में जानकारी अर्जित की। इस ग्रुप के बच्चों ने बताया कि अब तक वे पेड़ों की विभिन्न प्रजातियों से अनजान थे लेकिन मोगली उत्सव में पेंच पार्क में आने के बाद उन्हें बहुत जानकारी मिली है।
बूमरेंग खेल भगवान विष्णु के सुर्दशन चक्र की तरह : मेन्ट्रोज
मोगली दल को अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी विवेक मेन्ट्रोज नई दिल्ली के द्वारा बूमरेंग (सुर्दशन चक्र) की जानकारी दी।उन्होंने बच्चों को बताया कि बूमरेंग खेल भगवान विष्णु के सुर्दशन चक्र की तरह ही हैं। यह बूमरेंग जो व्यक्ति शिकार की ओर जाकर शिकार कर पुनः वापस लौट आता हैं।
बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया प्रश्न मंच में
रात्रि में जैवविविधता बोर्ड द्वारा अर्जुनसिंह ककोड़िया विधायक बरघाट (कुरई) एवं जैवविविधता बोर्ड के सदस्य बकुल लॉड के आतिथ्य में प्रश्न मंच आयोजित किया गया। इसमे के मोगली बच्चों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।