मध्य प्रदेश में 10 वीं के मॉडल टेस्ट पेपर में गांधी जी को बताया कुबुद्धि

🔳 प्रदेश में मुद्दा गरमाया

🔳 सफाई में कहा कि गैंबलिंग की जगह प्रिंट हुआ गांधी जी

हरमुद्दा
भोपाल, 2 दिसंबर। जिम्मेदारों की लापरवाही ने मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार के एक शिक्षा ने महात्मा गांधी को ‘कुबुद्धि’ बता दिया है। हालांकि विभाग इसे एक चूक बता रहा है। मुद्दा यह है कि यह सोची-समझी गलती है या अनजाने में हुई चूक है। यह जांच का विषय है। आखिर जिम्मेदार लोग इतने लापरवाह क्यों हो रहे हैं?

उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग ने इस साल 10 वीं कक्षा के छात्रों के लिए जो मॉडल टेस्ट पेपर प्रकाशित करवाया है, उसमे एक बड़ी गलती की है।

यह है मामला

इस मॉडल टेस्ट पेपर में एक सवाल पूछा गया है कि ‘सुबुद्धि और कुबुद्धि की विशेषताएं क्या थीं। इसके जवाब में जो लिखा गया है। उस पर ही विवाद खड़ा हो गया है। इस सवाल के जवाब में लिखा गया है ‘सुबुद्धि एक ईमानदार व्यक्ति था और अच्छी जिंदगी जीता था। इसके आगे लिखा है कि कुबुद्धि में कई ऐब थे और वो शराबी और गांधीजी जैसा जीवन जीता था। गांधी जी के सम्बन्ध में ऐसी बातें लिखने की जब जानकारी सार्वजनिक हुई तो हड़कम्प मच गया।

दिया है स्पष्टीकरण

जब मामले ने तूल पकड़ा तो स्पष्टीकरण देते हुए विभाग ने कहा कि ‘गैंबलिंग’ की जगह ‘गांधीजी’ प्रिंट हो गया जिसपर किसी का ध्यान नहीं गया। जिम्मेदारों की लापरवाही हुई है।

गलती कहां हुई, होगी जांच

‘कक्षा 10 वी के मॉडल टेस्ट पेपर में प्रिंटिंग की गलती हुई है। हम इसकी जांच करवाएंगे और दोषी अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई करेंगे।

🔳  डॉ. प्रभुराम चौधरी, स्कूल शिक्षा मंत्री

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